ENG | HINDI

राम कर रहे थे चंडी माता की पूजा और तभी राम से क्रोधित होने लगी थीं माता चंडी!

राम की चंडी पूजा

माता चंडी के बारें में एक बात बोली जाती है कि वह अपने भक्त की प्रतिज्ञा को देखती हैं.

आपने यदि माता से कोई वादा किया है तो आपको अपना वादा पूरा करना होगा तब माता आपको दर्शन देंगी. साथ ही माता चंडी अपने गुस्से के लिए विख्यात हैं. राक्षस भी माता चंडी का नाम सुनते ही इनके भय से कांपने लगते हैं.

कहते हैं एक बार श्री राम ने भी रावण युद्ध से पहले माँ चंडी की पूजा की थी और तब राम जी से एक बड़ी गलती हो गयी थी.

आइये जानते हैं कि क्या थी वो बड़ी गलती राम की चंडी पूजा में –

तब ब्रह्मा ने कहा था कि जाओ चंडी की पूजा करो –

यह बार रावण युद्ध से पहले की है. युद्ध से पहले ब्रह्मा जी ने राम से बोला कि राम माता चंडी का पूजन करें. माता के पूजन के लिए विशेष नीलकमल के फूल भेजे जा रहे हैं जिनकी मदद से माता चंडी जल्दी प्रसन्न हो जायेंगी. राम जी के लिए यह पूजा इसलिए भी आवश्यक थी क्योकि रावण जैसे राक्षस का खात्मा तभी हो सकता है जब माता चंडी राम जी से प्रसन्न हो जायेंगी. इसी लिए यह पूजा राम के लिए काफी आवश्यक हो गयी थी.

उधर रावण भी करने लगा माता चंडी की पूजा –

वहीँ दूसरी तरफ, राम की चंडी पूजा विफल करने के लिए रावण भी माता की पूजा करने लग जाता है. रावण जानता था कि अगर राम इस पूजन में जीत जाते हैं तो फिर रावण का अंत हर हाल में निश्चित हो जायेगा. राम को इस पूजन में हराने के लिए रावण राम के नीलकमल के फूल भी चुरा लेता है.

तब माता राम पर होने लगती हैं क्रोधित –

जब राम को अपने पास में नीलकमल नहीं दिखे तो वह समझ जाते हैं कि यह सब मायावी रावण की चाल है. किन्तु अगर वह माता के प्रति किया हुआ वचन पूरा नहीं करते हैं तो इससे माता क्रोधित हो जाएगी. साथ ही साथ जब पूजा का मुहूर्त निकलने लगता है तो माता चंडी भी राम जी से क्रोधित होने लगती हैं.

तभी राम को सूझता है एक उपाय –

तभी राम जी को भी एक उपाय सूझता है. राम को ज्ञान होता है कि माता को कमल-नयन- नवकंज लोचन भी कहते हैं. तो क्यों ना पण ही एक नेत्र निकालकर माँ को अर्पित कर दिया जाये. तभी राम अपने पास रखे चाक़ू से अपना ही नेत्र निकालने लग जाते हैं.

जब माता चंडी ऐसा देखती हैं तो वह राम के सामने प्रकट हो जाती हैं और श्री राम को जीत का आशीर्वाद देती हैं. वहीं दूसरी तरफ रावण का यज्ञ असफल हो जाता है. शायद यही एक कारण हो सकता है कि राम बड़ी आसानी से रावण से यह जीत गये थे.

तो अब अगर आप भी जीवन रूपी युद्ध को जीतना चाहते हैं तो आप माँ चंडी को इस नवरात्रे में जरुर प्रसन्न कर लें और तब देखिये कि आपके सभी काम कैसे बनते जाते हैं.

इस तरह से राम की चंडी पूजा सफल हो जाती है.