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9 ‘अज्ञात’ लोग, जो कभी नियुक्त किए थे सम्राट अशोक ने!

एच.जी.वेल्स (महान अंग्रेज़ी लेखक) – “इस धरती के इतिहास में अंकित सभी राजाओं और महाराजाओं की महानता और उदारता के बीच सिर्फ एक ही शक्स, रोशनी की मानिंद अनंत तक जगमगाता रहेगा. वे शक्स हैं ‘सम्राट अशोक’”.

H G Wells

H G Wells

हर हिन्दुस्तानी के गर्व के पात्र सम्राट अशोक ने सारे के सारे भारतीय उपमहाद्वीप पर 269 BCE से लेकर 232 BCE तक राज किया. इनकी कई कहानियों का उल्लेख ‘दिव्यावदान’ और ‘महावंसा’ किताबों में दिया गया है. अशोक स्तम्भ ‘सम्राट अशोक’ की आत्मा को संजोए, भारत की शान का प्रतीक बनकर अपनी महानता का डंका पीटता रहा है.

लेकिन क्या आपने कभी सम्राट अशोक से सम्बंधित ऐसी कोई कहानी सुनी है? एक ऐसी कहानी जो शायद आपको ‘सम्राट अशोक’ के व्यक्तित्व के बारे में एक ऐसी जानकारी दे, जिससे आप इनकी और इज्ज़त करने लगेंगे.

यह कहानी है सम्राट अशोक द्वारा नियुक्त किए गए 9 ‘अज्ञात’ लोगों की, जिनको 9 किताबों को संरक्षित करने का कार्य सौंपा गया था. इन 9 किताबों में 9 अलग-अलग प्रकार की विद्याओं का विस्तार से वर्णन किया गया था. इनका काम इन पुस्तकों को गलत हाथों में आने से बचाना था. टैलबोट मंडी नामक अंग्रेज़ी लेखक ने इस कहानी का आधार लेकर 1923 में एक उपन्यास प्रकाशित किया था जिसका नाम था ‘9 Unknown Men’.

इन 9 किताबों में निम्नलिखित विषयों पर भरपूर एवं सटीक ज्ञान था.

1. राजनीति– इस किताब में राजनीति से सम्बंधित चीज़ों का वर्णन किया गया था. कहते हैं कि इस किताब में राजनीति पर दिया गया ज्ञान, इस संसार के किसी भी देश पर आसानी से लागू किया जा सकता था. कहना का अर्थ यह है कि इस किताब में सार्वत्रिक(universal) राजनीति की विद्या दी गई है.

2. शरीर क्रिया विज्ञान– दूसरी किताब में शरीर विज्ञान से सम्बंधित ज्ञान शामिल था. इस किताब में आदमी को छूने मात्र से कैसे मृत्यु प्रदान की जा सकती है. इस पुस्तक में इसी प्रकार की कई अन्य चीज़ों के बारे में लिखा हुआ है. ऐसा कहा जाता है कि ‘जूडो’ इस पुस्तक से रिसा हुआ ज्ञान है.

3. सूक्ष्मजैविकी (microbiology)– तीसरी किताब में सूक्ष्मजैविकी से संबंधित ज्ञान प्रदान किया गया है.
इस किताब में तरह-तरह की अज्ञात दवाईओं के बारे में लिखा गया है.

4. धातुओं का रूपांतरण– चौथी किताब धातुओं के रूपांतरण(mutation) के ऊपर है. ऐसी कई कहानियां है कि पुराने ज़माने में मंदिरों में सोने की कमी हो जाने पर किसी अज्ञात ठिकाने से सोने का रिसाव होने लगता था.

5. संचार– 5वीं किताब में संचार पर आधारित ज्ञान था. सभी तरह का संचार, चाहे वह सांसारिक हो या आलौकिक. इस बात को ध्यान में रखना ज़रूरी है कि यह किताब 2500 साल पहले लिखी गई थी.

6. गुरुत्वाकर्षण– 6वीं किताब गुरुत्वाकर्षण के रहस्यों पर आधारित थी.

7. विश्वोत्पत्ति(cosmogony)– 7वीं किताब इंसानी पहुँच के बाहर के विश्वोत्पत्ति के बारे में ज्ञान पर आधारित थी.

8. प्रकाश– 8वीं किताब ‘प्रकाश’ की ताकतों पर आधारित थी.

9. समाजशास्त्र– 9वीं किताब समाजशास्त्र के ज्ञान पर प्रकाश डालती थी.

इन 9 आदमियों से कहीं ना कहीं गंगा की चिकित्सिक शक्तियों के बारे में ज्ञान भी सम्बन्ध रखता है.

ऐसा मानना गलत नहीं होगा कि वे सम्राट अशोक ही थे जिन्होंने एक ऐसे दल की स्थापना की जिसे पश्चिम में ‘इल्युमिनाटी’ के नाम से जाना जाता है.

माना जाता है की इन 9 लोगों के धर्म की कोई पहचान नहीं बताई गई है. ये 9 अज्ञात लोग पूरे संसार की उन्नति के लिए समर्पित थे. यह सम्राट अशोक की महानता का प्रमाण है.

इन 9 ‘अज्ञात’ लोगों ने साल दर साल सभ्यताओं को बनते-बिगड़ते देखा है. कहीं ऐसा ना हो कि इन सहनशील लोगों की महानता, हमेशा के लिए गुमनाम ही ना रहे.

सच्चाई या मिथक, यह सोचना आप पर निर्भर करता है.

यह कहानी काफी हद तक सच्ची भी लगती है और एक मिथक भी. अगर सम्राट अशोक ने ऐसा कोई कार्य किया था तो वे ज़ाहिर तौर पर दुनिया के इतिहास के सबसे महान शासक थे.