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सबसे बड़ा खतरा बनकर आ रहा है साल का पहला सूर्य ग्रहण

2018 का पहला सूर्य ग्रहण

साल 2018 का पहला सूर्य ग्रहण – ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा लेकिन कुछ पश्चिमी देशों में जरूर दिखेगा। ज्‍योतिषियों और खगोलविदों की मानें तो इस ग्रहण का प्रभाव बहुत खतरनाक हो सकता है।

कब पड़ता है 2018 का पहला सूर्य ग्रहण

तब पृथ्‍वी और सूर्य के मध्‍य चंद्रमा आ जाता है तो सूर्य ग्रहण पड़ता है। ये 2018 का पहला सूर्य ग्रहण 15 फरवरी की अर्धरात्रि और 16 फरवरी के संधिकाल में पड़ेगा इसलिए ये भारत मेंतो नहीं लेकिन कुछ पश्चिमी देशों में दिखाई देगा।

चूंकि 31 जनवरी को भी साल का ग्रहण पड़ा था और इसके ठीक 15 दिन बाद ही सूर्य ग्रहण पड़ रहा है, इसलिए लगातार दो ग्रहण पड़ना परेशानी की वजह बना हुआ है। 31 जनवरी को ही पूर्णिमा को शानदार चंद्र ग्रहण पड़ा था और उससे अगले पक्ष में अमावस्‍या को यह आंशिक सूर्य ग्रहण पड़ रहा है। कहा जा रहा है कि इस सूर्य ग्रहण की वजह से दुनिया में कहीं ना कहीं भू-पटल पर दरारें पड़ेंगीं और भूकंप आने की संभावना है।

यहां लगेगा 2018 का पहला सूर्य ग्रहण

दक्षिणी अमेरिका के देशों में दक्षिणी अक्षांशों पर घटनाएं होने की आशंका है। इस वजह से अमेरिका में भारी बचैनी का माहौन बना हुआ है। भारत में तो इसका असर कम होगा लेकिन उत्तरी अक्षांक्षों में ज्‍यादा ठंड, हिमपात, बेमौसम बरसात और भूकंप के झटके महसूस हो सकते हैं। इससे पाकिस्‍तान, ईरान, ईराक और शिवालिक पहाडियां प्रभावित हो सकती हैं। भारत पर कोई बड़ा खतरा नहीं मंडरा रहा है लेकिन 16 फरवरी के बाद के दो महीनों में भूकंप आने की संभावना प्रबल बनी रहेगी।

अगर ग्रहण नज़र आता है तो भी इसका असर ग्रहण की राशि और नक्षत्र के क्षेत्राधिकार में शासन और जनता पर असर डालता है। वराहमिहिर के कूर्मचक्र के अंतर्गत नक्षत्रों के क्षेत्राधिकार के देश बताए हैं। इस समय कुंभ राशि और धनिष्‍ठा नक्षत्र पर ग्रहण पड़ेगा।

भारत में पश्चिम और वायव्‍य दिशा के राज्‍य धनिष्‍ठा नक्षत्र में आते हैं। इस सूर्य ग्रहण की राशि और नक्षत्र मध्‍य भारत में स्थित नहीं हैं इसलिए भारत में इसका प्रभाव कम देखा जाएगा और भारत में सूतक भी नहीं लगेगा। ये ग्रहण दक्षिण अमेरिका जिसमें अर्जेंटीना और चिली शामिल हैं तथा उरुग्‍वे और ब्राजील जैसे देशों में देखा जाएागा। अंटार्कटिका में भी इस ग्रहण को ज्‍यादा देखा जाएगा।

सूर्य ग्रहण में करें ये उपाय

  • रोग से निवारण के लिए ग्रहण काल में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। महामृत्युंजय यंत्र का अभिषेक करें। इससे रोग से मुक्ति मिलेगी।
  • रोग से छुटकारा पाने के लिए कांसे की कटोरी में पिघला हुआ देसी घी डालें और उसमें अपने सामर्थ्यानुसार एक रुपया रखें और चांदी या सोने का सिक्का या टुकड़ा डालें। अब रोगी व्यक्ति इसमें अपनी परछाई देखें और इसे किसी को दान कर दें। आपको ये उपाय सूर्य ग्रहण के दौरान ही करना है।
  • असाध्य रोग से छुटकारा पाने के लिए ग्रहण काल में तुला दान सबसे श्रेष्ठ माना जाता है।
  • धन की प्राप्ति और आर्थिक तंगी दूर करने के लिए ग्रहण से पहले अपने घर के पूजन स्थल में श्री यंत्र की स्थापना करें और ग्रहण के दौरान उसका पूजन करें।