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अभी बंद नहीं होगा दो हजार का नोट ! जानिए क्यों !

2 हजार के नए नोट

बाजार में यह अफवाह बहुत तेजी से फैल रही है कि मोदी सरकार बहुत जल्द 2 हजार के नए नोट को भी बंद कर देगी.

आपको बता दें यह खबर पूरी तरह सच नहीं हैं. 2 हजार के नए नोट को मार्च में बंद करने की जो बात है वह केवल चर्चाओं पर आधारित है.

सरकार 2 हजार के नए नोट को क्यों इतनी जल्दी बंद नहीं करेगी उसके पीछे कारण है. क्योंकि सरकार यदि ऐसा करती है तो इससे बाजार में गलत संदेश तो जाएगा ही साथ ही बार बार नोट बंदी से सरकार और रिजर्व बैंक की साख पर भी गलत असर पड़ेगा.

इसलिए अभी 2 हजार के नए नोट बंद नहीं होगा. हां यह बात सही है कि भविष्य में सरकार बड़े नोट चलाने की पक्षधर नहीं है. उसकी मंशा है कि लोग छोट नोट और कैश का इस्तेमाल कम से कम करे.

मोदी सरकार ने 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद 500 और 2000 रुपये के जो नए नोट जारी किए हैं उनको वह एक झटके में बंद नहीं करेगी. बल्कि बैंक इसको एक समय के बाद धीरे धीरे सोखना शुरू कर देगा. यानी बैंक में जो 2000 का नोट आएगा उसको बैंक अपने पास ही जमा कर लेगा और जब ग्राहक बैंक या एटीएम से पैसा निकालेगा तो उसको 100 रूपए का छोटा नोट ही मिलेगा.

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी और आरएसएस से जुड़े आर्थिक विचारक एस. गुरुमूर्ति का भी यही मानना है कि सरकार ने 2 हजार के नए नोट जारी किए है वह अगले 5 साल में बंद हो जाएंगे.

बता दें कि सरकार ने 500 और 1000 का नोट बंद करने के बाद 500 और 2 हजार के नए नोट जारी किया है उसको लेकर मोदी सरकार की आलोचना हो रही है.

आर्थिक मामलों के जानकारों का कहना है कि इससे कालाधन रूकने की बजाए और बढ़ेगा.

वहीं इस पर कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने सवाल उठाते हुए कहा मोदी सरकार ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद किए जाने पर कहा था कि इससे भ्रष्टाचार से निपटने में मदद मिलेगी. यदि 1000 रुपये के नोट से करप्शन बढ़ रहा था, तो 2000 रुपये के नोट से तो इसमें और इजाफा होगा.

इसके अलावा मार्केट में 2000 रुपये के नोट से छोटी खरीददारी करने वाले लोगों को भी कैश की समस्या आ रही है. मोदी सरकार का यह फैसला अव्यवहारिक है.

जबकि इसको लेकर आर्थिक विचारक गुरुमूर्ति का तर्क है कि मोदी सरकार ने नोटबंदी के चलते होने वाली कैश की कमी से निपटने के लिए 2 हजार के इस बड़े नोट को छापने का फैसला लिया था.

गौरतलब हो कि हमारी अर्थव्यवस्था में 500 और 1000 रूपए के नोटों का चलन कुल  सर्कुलेशन का करीब 85 प्रतिशत था. इसको देखते हुए सरकार ने 2 हजार का नोट जारी करने का फैंसला किया था.

लिहाजा यह गुरूमूर्ति ने जहां अगले 5 साल में 2 हजार के नए नोट को बंद करने की बात कहीं तो, वहीं उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में 500 का नोट ही भारत की सबसे बड़ी करंसी होगा.