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देश की ये 10 जगहें 5 हजार साल पहले महाभारत काल में इस नाम से हुआ करती थीं मशहूर !

5 हजार साल पहले के महाभारत काल की रहस्यमयी कहानियां और उसके पात्रों का जिक्र आज भी किया जाता है. इतना ही नहीं महाभारत में वर्णित कहानियों से आज भी हमें कोई ना कोई सीख जरूर मिलती है.

करीब 5 हजार साल पहले महाभारत काल की मशहूर जगहें आज भी उसके इतिहास को बयान करती हैं. चलिए आज हम आपको ऐसे ही 10 जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें महाभारत काल में किसी और नाम से जाना जाता था और आज उन्हें किसी और नाम से जाना जाता है.

1- तक्षशिला

पांच हजार साल पहले गांधार प्रदेश की राजधानी की तक्षशिला हुआ करती थी जो आज पाकिस्तान के रावलपिंडी में स्थित है. बताया जाता है कि कौरवों की माता गांधारी गांधार नरेश शुंबल की पुत्री थीं. महाभारत काल का तक्षशिला आज पाकिस्तान में मौजूद है.

2- हस्तिनापुर

महाभारत काल में हस्तिनापुर का जिक्र सबसे ज्यादा किया गया है. मान्यताओं के अनुसार महाभारत की पूरी कहानी हस्तिनापुर के आस-पास ही घूमती है. महाभारत काल का मशहूर स्थल हस्तिनापुर वर्तमान में मेरठ शहर के पास है.

3- उज्जानिक

महाभारत काल में उज्जानिक नाम के जिस स्थान का जिक्र किया गया है उसे आज उत्तराखंड के काशीपुर के नाम से जाना जाता है. बताया जाता है कि यही वो स्थान है जहां गुरु द्रोणाचार्य ने कौरवों और पांडवों को शिक्षा दी थी. यहां स्थित द्रोणसागर झील के बारे में कहा जाता है कि गुरु दक्षिणा देने के लिए पांडवों ने इस झील का निर्माण किया था.

4- बरनावत

उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के बरनावा को पांच हजार साल पहले महाभारत काल के दौरान बरनावत के नाम से जाना जाता था. बताया जाता है कि यहीं पर दुर्योधन ने पांडवों को लाक्षागृह में जलाकर मारने की योजना बनाई थी लेकिन वो एक सुरंग के रास्ते बचकर निकलने में कामयाब हो गए थे.

5- वृंदावन

पांच हजार साल पहले भगवान श्रीकृष्ण की नगरी वृंदावन को वर्तमान में भी इसी नाम से जाना जाता है. उत्तर प्रदेश स्थित वृंदावन वही स्थान है जहां भगवान श्रीकृष्ण ने गोपियो संग रास रचाया था.

6- मथुरा

भगवान श्रीकृष्ण का जिस जगह पर जन्म हुआ था उस स्थान को महाभारत काल में मथुरा के नाम से जाना जाता था और आज भी यह पावन स्थल मथुरा के नाम से ही मशहूर है. यहां आज भी भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर में दर्शन करने के लिए भारी तादात में श्रद्धालु मथुरा आते हैं.

7- इंद्रप्रस्थ और खांडवप्रस्थ

महाभारत काल में इंद्रप्रस्थ और खांडवप्रस्थ का जिक्र किया गया था. करीब पांच हजार साल पहले के इस शहर को आज भारत की राजधानी दिल्ली के तौर पर जाना जाता है.

8- पांचाल

महाभारत काल में जिस पांचाल नगरी का जिक्र किया गया था वह आज भी हिमालय और चंबा नदी के बीच बसा हुआ है. आपको बता दें कि पांचाल नरेश द्रुपद की पुत्री द्रौपदी का विवाह पांडवों से हुआ था.

9- अंग प्रदेश

5 हजार साल पहले महाभारत काल में जिस अंग प्रदेश का जिक्र किया गया था. दरअसल आज उसे भागलपुर के नाम से जाना जाता है. लेकिन यहां बिहार और उत्तरप्रदेश के भागलपुर को लेकर थोड़ा मतभेद है.

10- बैराठ

राजा विराट के मत्स्य प्रदेश की राजधानी के रुप में विख्यात बैराठ राजस्थान के जयपुर जिले का एक शहर है जिसे वर्तमान में विराट नगर के नाम से जाना जाता है. बताया जाता है कि इस प्राचीन नगर में पांडवों ने अपने अज्ञातवास का समय बिताया था.

गौरतलब है कि 5 हजार साल पुराने भारत के इन मशहूर शहरों में आज भी महाभारत काल के प्रमाण देखने को मिलते हैं लेकिन इनमें से कई स्थानों के नाम के साथ-साथ उनके हालात भी बदल गए हैं.