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इस मंदिर में मात्र 11 रूपये में दिया जाता है ‘पाप मुक्ति सर्टिफिकेट’!

श्री गौतमेश्वर महादेव पापमोचन मंदिर

इस दुनिया में जिस किसी का भी धर्म में विश्वास है वो अच्छी तरह जानता है कि पाप और पुण्य क्या होता है।

अच्छे कर्मों को जहाँ पुण्य की संज्ञा दी जाती है तो वहीं बुरे कर्मों या कुकर्मों को हमेशा पाप समझा जाता है। वैसे आपको बता दें कि पापों से मुक्ति के लिए कई तरह की सलाह दी जाती है जैसे तीर्थ-यात्रा, दान-पुण्य, गंगा-स्नान आदि कई काम है जिसको करने से आप पाप मुक्त हो सकते है।

श्री गौतमेश्वर महादेव पापमोचन मंदिर

लेकिन इस मॉडर्न दुनिया में जहाँ हर चीज़ की अपनी कीमत है और वो बिक सकती है, तो आपको जानकर बड़ी ख़ुशी होगी की आपको मात्र 11 रूपये लेकर पाप मुक्त किया जा सकता है। जी हाँ सुनने में ये बात बड़ी ही अटपटी लगे लेकिन ये बिलकुल सच है। दरअसल राजस्थान के प्रतापगढ़ में श्री गौतमेश्वर महादेव पापमोचन मंदिर है। इस श्री गौतमेश्वर महादेव पापमोचन मंदिर में बने कुंड में डुबकी लगाने और 11 रूपये का दान करने के बाद एक प्रमाण-पत्र मिलता है, जो ये प्रमाणित करता है कि अब आप पाप मुक्त हो चुके है।

1947 से लेकर आज तक सभी भक्तों के रिकार्ड मौजूद है-

यही नहीं श्री गौतमेश्वर महादेव पापमोचन मंदिर की एक और खासियत है यहाँ पर आज़ादी के बाद से अब तक के सभी पापी श्रद्धालुओं का रिकार्ड मौजूद है, मतलब यहाँ से जिसने भी पाप मुक्ति प्रमाण-पत्र लिया है उसका रिकॉर्ड मौजूद है। यहाँ पर पुजारियों का एक दल है जिसे अमीनत कछारी के नाम से जाना जाता है। यह दल प्रत्येक सर्टिफिकेट के लिए 1 रूपये शुल्क लेता है और दोष निवारण के लिए 10 रूपये लिए जाते है। इस तरह मात्र 11 रूपये में आप पाप मुक्त हो सकते है वो भी सर्टिफिकेट के साथ। 

श्री गौतमेश्वर महादेव पापमोचन मंदिर

इतना ही नहीं पौराणिक महत्व भी है-

हालाँकि ये आजकल की बात नहीं है, बल्कि एक पौराणिक कथा के अनुसार जब गौतम ऋषि को एक जानवर के मरने पर श्राप दिया गया था तो उन्होंने इसी कुंड में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति पाई थी। आपको बता दें कि यहाँ हर साल हजारों श्रद्धालू डुबकी लगाने और पाप मुक्ति सर्टिफिकेट लेने आते है।

है ना कमाल की जगह श्री गौतमेश्वर महादेव पापमोचन मंदिर, अगर आपके भी पाप बढ़ गए है तो आपको सलाह दी जाती है कि मात्र 11 रूपये में अपने पापों से मुक्ति पा लीजिये।

क्या पता बाद में शुल्क बढ़ जाए।