प्रकृति

भुकंप आने पर मैंने अपनी बिल्डिंग नहीं छोड़ी| मैंने उसे बहुत हलके में लिया| मैं गलत था!भुकंप आने पर मैंने अपनी बिल्डिंग नहीं छोड़ी| मैंने उसे बहुत हलके में लिया| मैं गलत था!

भुकंप आने पर मैंने अपनी बिल्डिंग नहीं छोड़ी| मैंने उसे बहुत हलके में लिया| मैं गलत था!

बड़े आराम से कुर्सी पर बैठ में लैपटॉप पर एक डरावनी फ़िल्म देख रहा था कि अचानक कुर्सी हिलने लगी|…

8 years ago
जब घर में ही फैलानी हो हरियालीजब घर में ही फैलानी हो हरियाली

जब घर में ही फैलानी हो हरियाली

हर घर की जान होती है उसकी हरयाली और उसके सुन्दर रंग. पेड हमारे घर और जीवन में बहुत महत्व…

8 years ago