जगन्नाथ पुरी के ये अचंभित कर देने वाले 8 सत्य, जो आज तक नहीं मालूम थे हमें!

जगन्नाथ पुरी के बारे में तो हम सब जानते ही हैं लेकिन जिस तरह से उसका निर्माण किया गया वो सच में सराहनिय है|

इतना ही नहीं, उसके कुछ ऐसे तथ्य सामने आये हैं कि सुनके आश्चर्य से हमारा तो मुँह खुला का खुला ही रह गया!

आईये आपको भी बताएँ ऐसे 8 सच जिन्हें जानकार आप भी चकित रह जाएँगे!

1)   जगन्नाथ पुरी के मंदिर के ऊपर लहराता ध्वज वैसे तो बहुत सुन्दर प्रतीत होता है लेकिन यह उसकी ख़ासियत नहीं है| उसकी ख़ासियत यह है कि वो हमेशा हवा की विपरीत दिशा में ही लहराता है!

2)   मंदिर के ऊपर सुदर्शन चक्र स्थापित है यह तो आपने देखा ही होगा| पर ख़ास बात यह है कि पुरी में कहीं भी खड़े हो जाईये और मंदिर की तरफ किसी भी दिशा से देखिये, आपको ऐसा लगेगा जैसे वो चक्र आपको ही देख रहा है!

3)  आम तौर पर दिन में हवा समुद्र से ज़मीन की तरफ आती है और शाम के वक़्त ज़मीन से समुद्र की तरफ़ जाती है| लेकिन पुरी शहर में इसका बिलकुल विपरीत होता है!

4)  मंदिर के ऊपर से कोई हवाई जहाज़ नहीं गुज़रता, यह तो हम इंसानों का फ़ैसला हो सकता है लेकिन कोई पंछी भी नहीं उड़ता, इसका कोई जवाब नहीं है!

5)  रौशनी में खड़े होंगे तो आपकी परछाईं ज़रूर बनेगी| लेकिन मंदिर के मुख्य गुम्बद की परछाईं दिन के किसी भी समय नज़र नहीं आती!

6)  मंदिर में भक्तों के लिए खाना बनाया जाता है जिसकी ख़ास बात यह है कि साल भर पके हुए खाने की मात्रा एक बराबर ही रहती है और उसमें कोई बदलाव नहीं आता! अब चाहे उस खाने से कुछ हज़ार भक्तों को प्रसाद दे दो या कई लाख को, सबके लिए वो प्रसाद पूरा हो जाता है!

7)  मंदिर की रसोई में खाना बनाने के ७ बर्तन एक के ऊपर रखे जाते हैं और फिर उनके नीचे लकड़ी जलाके उन में खाना पकाया जाता है| हैरत की बात यह है कि सबसे पहले खाना सबसे ऊपर के बर्तन में पकता है और फिर आखिर में सबसे नीचे वाले बर्तन में!

8)  मंदिर में प्रवेश करने के लिए सिंघद्वार से होते हुए जब पहली  सीढ़ी पर क़दम रखते हैं तो महासागर की लहरों की कोई आवाज़ सुनाई नहीं देती| लेकिन जब वहीँ से बाहर निकलते वक़्त उसी सीढ़ी पर क़दम रखते हैं तो आवाज़ साफ़ सुनाई देती है|

हैं ना यह हैरतअंगेज़ सत्य जिनके पीछे छुपे विज्ञान या भगवान की शक्ति को आज तक कोई नहीं समझ पाया!

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