Categories: विशेष

भारत के बाहर ये है सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर

सृष्टि के चक्र को चलाने वाले शिव….

अपने भोले रूप में किसी को भी वरदान देने में देर नहीं लगाते और रौद्र रूप में सृष्टि का संहार करने से भी नहीं चुकते.

शिव का स्थान सनातन धर्म में बहुत ऊपर है. प्राचीन काल से ही शिव के दुनिया भर में उपासक रहे है. इसका प्रमाण दुनिया भर में फैले हुए शैव मतावलंबी है. भारत में शिव के बहुत से प्रसिद्ध मंदिर है द्वादश ज्योतिर्लिंग और अनेको धाम.

भारत की तरह ही दुनिया के विभिन्न देशों में शिव के बहुत से मंदिर है. इनमें से कुछ मंदिर तो बहुत प्राचीन और प्रसिद्ध है जिन्हें देखने के लिए दुनिया भर से श्रद्धालु और पर्यटक आते है.

आज आपको ऐसे ही कुछ अत्यंत प्रसिद्ध शिव मंदिरों के बारे में बताते है जो भारत के बाहर दुसरे देशों में स्थित है.

प्रमबनन मंदिर, जावा इंडोनेशिया

जावा, इंडोनेशिया में स्थित प्रमबनन मंदिर 9वीं शताब्दी में बनाया गया शिव मंदिर है. करीब 17 किलोमीटर के दायरे में फैला ये मंदिर भारत के बाहर बने सबसे विशाल शिव मंदिरों में से एक है.

इसकी प्राचीनता और ऐतिहासिकता को देखते हुए यूनेस्को ने इस मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज के रूप में चिन्हित किया है. ये मंदिर सृष्टि चक्र को चलाने वाले त्रिदेवों को समर्पित है. इस मंदिर के निर्माण के पीछे कहा जाता है कि ये मंदिर जावा में हिन्दू साम्राज्य की वापसी का प्रतीक चिन्ह था.  इस मंदिर का प्रारम्भिक नाम शिव ग्रह अर्थात् शिव का घर था.

इस मंदिर के प्रांगण में बहुत से और भी मंदिर है. इंडोनेशिया सरकार ने मंदिर के आसपास लगने वाले बाज़ार को हटवा दिया था जिससे मंदिर को कोई क्षति नहीं पहुंचे. हर साल पूरी दुनिया से ना सिर्फ शिव भक्त अपितु इतिहासकार और पर्यटक भी इस प्राचीन मंदिर को देखने आते है.

पशुपतिनाथ मंदिर, नेपाल

नेपाल में भागमती नदी के किनारे काठमांडू में स्थित ये शिव मंदिर शायद भारत के बाहर बना सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर है. ये मंदिर भी यूनेस्को की विश्व हेरिटेज श्रेणी में आता है.

इस मंदिर की प्रसिद्धि और मान्यता का अंदाज़ा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि हर वर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर करीब सात लाख श्रद्धालु पशुपतिनाथ के दर्शनार्थ आते है .

कतस राज मंदिर पाकिस्तान

चौंक गए ना? पाकिस्तान में मंदिर वो भी एक शिव मंदिर, लेकिन ये सच है. पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के चकवाल ज़िले के गाँव में बना है ये प्राचीन शिव मंदिर.  इस मंदिर का निर्माण हिन्दू राजाओं ने छठी शताब्दी से नवीं शताब्दी के मध्य कराया था.

ये मंदिर आज भी पाकिस्तान में रहने वाले हिन्दुओं के लिए सबसे पवित्र मंदिर है और साल भर पाकिस्तान के कोने कोने से भक्त यहाँ शिव की पूजा अर्चना करने आते है. कथाओं और धर्मग्रंथों के अनुसार कहा जाता है कि ये वही स्थान है जहाँ पांडवों ने अपने वनवास का एक भाग बिताया था.

एक अन्य कथा के अनुसार सती की मृत्यु के बाद जब शिव शोक में रो रहे थे तो उनके अविरल अश्रुओं से दो जलाशयों का निर्माण हो गया. एक जलाशय भारत में अजमेर के पास पुष्कर तीर्थ में बना तो दूसरा यहाँ पाकिस्तान में कत्सराज में .

मुन्नेश्वरम मंदिर श्रीलंका

श्रीलंका के एक छोटे से गाँव में बना मुन्नेश्वर मंदिर शिव और काली का स्थान है. इस मंदिर का स्थापत्य देखते ही बनता है.

श्रीलंका और भारत के अनेकों श्रद्धालु साल भर इस मंदिर में उपासना और दर्शन के लिए आते है. इस मंदिर के परिसर में छोटे बड़े और भी कई मंदिर है. इस मंदिर का निर्माण दक्षिण भारतीय द्रविड़ शैली के मंदिरों की तरह किया गया है.

अरुलमिगु श्री रामलिंगेश्वर मंदिर मलेशिया  

मलेशिया की राजधानी क्वालालंपुर के बीचों बीच स्थित है ये खूबसूरत शिव मंदिर. मलेशिया की राजधानी में ये एकमात्र शिव मंदिर है.

जैसा की हम सब जानते है की मलेशिया में भारतीय मूल के बहुत से लोग रहते है इसलिए इस मंदिर में हमेशा भक्तों का तांता लगा रहता है. 2012 में मलेशिया सरकार ने मंदिर और आस पास का क्षेत्र मंदिर प्रबंधन को प्रदान कर दिया अब मंदिर प्रबंधन ही इसकी देखभाल करता है.

जो भी इस मंदिर में जाता है वो एक बात ज़रूर कहता है वो ये कि इस मंदिर में आकर असीम शांति और सकारात्मकता की अनुभूति होती है.

सागर शिव मंदिर मॉरिशियस

मॉरिशस के पूर्वी भाग में स्थित इस शिव मंदिर का निर्माण आठ वर्ष पूर्व 2007 में किया गया था. निर्माण के बाद से ही ये मोरिशस में रहने वाले हिन्दुओं के लिए एक पवित्र धार्मिक स्थल बन गया. पूरे देश से यहाँ पर श्रद्धालु आते है. भक्तों के साथ साथ पर्यटक भी इस मंदिर को देखने के लिए आते है. इस मंदिर का सबसे बड़ा आकर्षण इस मंदिर प्रांगण में बनी भगवान् शिव की 108 फीट ऊँची कांसे की प्रतिमा है.

तो देखा आपने ये थे भारत के बाहर स्थित सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर.

तो इस बार अगर इन देशों की यात्रा पर जाना हो तो इन मंदिरों में जाकर भगवान शिव का आशीर्वाद लेना ना भूलियेगा.

Yogesh Pareek

Writer, wanderer , crazy movie buff, insane reader, lost soul and master of sarcasm.. Spiritual but not religious. worship Stanley Kubrick . in short A Mad in the Bad World.

Share
Published by
Yogesh Pareek

Recent Posts

ढल गई जवानी जिस्म के सौदे में ! अब क्या होगा बूढ़ापे का !

वेश्याओं के रेड लाइट इलाके में हर रोज़ सजती है जिस्मफरोशी की मंडी. इस मंडी…

5 years ago

पेट्रीसिया नारायण ! 50 पैसे रोजाना से 2 लाख रुपये रोजाना का सफ़र!

संघर्ष करनेवालों की कभी हार नहीं होती है. जो अपने जीवन में संघर्षों से मुंह…

5 years ago

माता रानी के दर्शन का फल तभी मिलेगा, जब करेंगे भैरवनाथ के दर्शन !

वैष्णों देवी माता का मंदिर कटरा से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.…

5 years ago

एक गरीब ब्राह्मण भोजन चुराता हुआ पकड़ा गया और फिर वो कैसे बन गए धन के देवता कुबेर देव!

धन-दौलत की चाह रखनेवाले हमेशा धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. माता लक्ष्मी…

5 years ago

रमज़ान में खुले हैं जन्नत के दरवाज़े ! होगी हर दुआ कबूल !

साल के बारह महीनों में रमज़ान का महीना मुसलमानों के लिए बेहद खास होता है.…

5 years ago

चिता की राख से आरती करने पर खुश होते हैं उज्जैन के राजा ‘महाकाल’

उज्जैन के क्षिप्रा नदी के पूर्वी किनारे पर बसा है उज्जैन के राजा महाकालेश्वर का…

5 years ago