जीवन शैली

ये अजीब बात है – पैंट की पिछली जेब में पर्स रखने से खतरनाक बिमारी होती है।

कहा जाता है की अब जमाना स्मार्टनेस का हो गया है, फैशन का हो गया है, इसलिए हमको उनके साथ ही चलना चाहिए नहीं तो लोग हमको ओल्ड समझने लगते है।

शायद इसलिए हम भी बिना सोचे समझे बस भेड़ चल में लग जाते है और किसी ना किसी गंभीर समस्या में पड़ जाते है।

जैसे आज के समय में हम कुछ बातो को छोटी समझ के अनदेखा कर देते है, जिसके हमें गंभीर परिणाम भुगतना पड़ता है। लेकिन इस खबर को पढ़ने के बाद शायद आप ऐसा नहीं करेगे।

जी हाँ हम बात कर रहे है जेब में पर्स रखने जैसा एक छोटा सा काम जो हर व्यक्ति करता है। यदि हम अपनी पेंट की पिछली जेब में अपना पर्स रखते है तो हमें गंभीर बीमारी का सामना करना पड़ सकता है। डॉक्टर का कहना इससे हमें “यरी फोर्मिस सिंड्रोम नाम की बीमारी हो सकती है, जिससे मरीज को अहसनीय दर्द होता है।

युवा हो या कोई और जेब में पर्स रखना एक आम बात है पर अगर आपको कहा जाए की जेब में पर्स रखने से एक गंभीर बीमारी होती है तो आपको कैसा लगेगा?

डॉक्टर्स का कहना है की यदि हम अपनी पैंट की पिछली जेब में पर्स रखते हैं तो हमें पायरी फोर्मिस मसल्स नाम की बीमारी हो सकती है। यह बात सच है की आज के युवा हो या कोई भी हो जो पैंट पहनता है वो जरुर पर्स अपनी पीछे की जेब में ही डालता है पर इस खबर को पढ़ने के बाद आप पैंट की पिछली जेब में पर्स रखना छोड़ दोगे।

क्यों होती है ये बीमारी-

डॉक्टर्स के अनुसार यदि हम जेब में पर्स लिए घंटो बेठे रहते तो हमारी पायरी फोर्मिस मसल्स दब जाती और हमारे पैरो में तेज दर्द होने लगता है। न्यूरो सर्जरी विभाग का भी कहना है कि ऐसे 8-10 मरीज हर रोज हमारे हॉस्पिटल में आते हैं जो पायरी फोर्मिस सिंड्रोम की बीमारी से ग्रसीत है। इस बीमारी के सबसे ज्यादा शिकार युवा हो रहे है क्योंकि वे घंटो कंप्यूटर या मोबाइल का उपयोग करते है उन्हें पता नहीं होता की उनकी जेब में जो पर्स है उन्हें एक घातक बीमारी का शिकार बना रहा है।

क्या है इलाज-

यदि आप भी ऐसी गलती कर रहे है तो तुरंत अपनी आदत बदले।

कोशिश करे छोटे से छोटे पर्स का उपयोग करे या अपना पर्स आगे की जेब में रखे ।अगर एक बार आपको पायरी फोर्मिस मसल्स बीमारी हो जाती है तो इसे ठीक करने का सिर्फ एक ही उपाय है सर्जरी जो काफी महंगी होती है ।

घंटो तक बैठने वाले रहे सावधान-

पायरी फोर्मिस मसल्स के सबसे अधिक मरीजो की संख्या उन लोगो की है जो घंटो तक बैठने का काम करते है।

जैसे सरकारी कर्मचारी, बैंक में नौकरी करने वाले, कंप्यूटर के सामने कई घंटे बैठंने वाले लोगो को इस बीमारी के होने की ज्यादा आशंका होती है। इसलिए ऐसे लोग जो घंटो तक बैठने का काम करते है वे सावधान हो जाये और अपनी पिछली जेबों में पर्स ना रखे।

इस आधुनिक लाइफस्टाइल में हम खुद को कूल साबित करने में इस कदर लिप्त है कि हमारी सेहत की भी परवाह नहीं करते और भेड़चाल में लग जाते है, बिना कुछ सोचे-समझे। खुद की सेहत का ख्याल रखना जरुरी है और आजकल के इस लाइफ स्टाइल को वही तक फॉलो करे जब तक अपने आपको आरामदायक महसूस करते है। क्योंकि उसके बाद किये गए हर ‘एक्स्ट्रा-एफर्ट’ आपको सिर्फ तकलीफ ही देगा।

Sudheer A Singh

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Sudheer A Singh

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