विशेष

महाराष्ट्र – सिर्फ समंदर और बॉलीवुड ही नहीं, यहाँ की ये चीज़ें भी लुभाती हैं पर्यटकों को !

महाराष्ट्र एक ऐसा राज्य है जो हर मायनों में काफी अहमियत रखता है. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से लेकर बॉलीवुड इंडस्ट्री और विशाल संमदर महाराष्ट्र राज्य की खास पहचान माने जाते हैं.

महाराष्ट्र राज्य की ऐतिहासिक धरोहरें, इसका गौरवशाली इतिहास, विविधता में एकता, यहां की कला और संस्कृति देश-विदेश के सैलानियों को खासा लुभाती है.

महाराष्ट्र का शायद ही कोई कोना ऐसा होगा जो पर्यटकों के दिलों पर अपनी छाप न छोड़ सके, लेकिन बावजूद इसके ज्यादातर पर्यटक महाराष्ट्र के उन जगहों की खासियतों से महरूम रह जाते हैं जिनके बारे में उन्हें जानकारी नहीं होती है.

आज हम आपको महाराष्ट्र राज्य के पर्यटन स्थलों  के अलावा उन जगहों के बारे में भी बताएंगे जिनके बारे में या तो किसी को जानकारी नहीं होती है या फिर बहुत ही कम लोगों को इसका पता चल पाता है.

साधारण- लोनावला-खंडाला

असाधारण- कास पठार

विशेषताएं- आम तौर पर लोनावला-खंडाला के बारे में हर कोई जानता है इस खूबसूरत पर्यटन स्थल की सैर करने के लिए अधिकांश पर्यटक यहां आते हैं.

कास पठार एक असाधारण और खास पर्यटन स्थल है जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. इस पठार को फूलों की बगिया भी कहते हैं क्योंकि यहां करीब 150 प्रजाति के फूल पाए जाते हैं. इसके पास मौजूद कास झील का मनमोहक नज़ारा पर्यटकों का दिल जीत लेने का हुनर रखता है.

साधारण- अजंता-एलोरा

असाधारण- पीतलखोरा

विशेषताएं- औरंगाबाद के करीब स्थित अंजता-एलोरा की गुफाएं दुनियाभर में मशहूर है. इन गुफाओं में कला का अद्भुत संगम देखने को मिलता है, जो कलाप्रेमियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है.

वहीं चालीसगांव के करीब स्थित पीतलखोरा की गुफा भी कलाकृति की अनोखी मिसाल पेश करती है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. अगर आप कला के सच्चे कदरदान हैं तो फिर आपकी तलाश पीतलखोरा की गुफा में आकर पूरी हो सकती है.

साधारण- जुहू बीच

असाधारण- गणपति पुले बीच

विशेषताएं- अधिकांश सैलीनी समंदर की सैर करने के लिए जुहू बीच का रुख करते हैं. शाम को सैर-सपाटे के साथ ही लोग इस बीच पर मुंबई के चटपटे व्यंजनों का स्वाद भी चखते हैं.

लेकिन जुहू बीच से कहीं ज्यादा, कोंकण के गणपति पुले बीच का नज़ारा देखने में मनमोहक होता है. इस बीच का साफ-सुथरा वातावरण और यहां के खूबसूरत नज़ारे समंदर प्रेमियों को लुभाते हैं. समंदर की सैर करने के साथ सैलानी यहां स्वयंभू गणेश मंदिर में बप्पा के दर्शन भी कर सकते हैं.

साधारण- शहरी इलाके

असाधारण- आदिवासी इलाके

विशेषताएं- महाराष्ट्र के ठाणे, मुंबई और नासिक के शहरी इलाकों में स्थित पर्यटन स्थलों की सैर तो यहां आनेवाले सभी पर्यटक करते हैं.

लेकिन उन्हें ठाणे, पुणे और नासिक के जंगलों व पहाड़ों के बीच आबाद आदिवासी इलाकों के बारे में जानकारी नहीं होती है जिसके चलते वो इन इलाकों की सैर करने से वंचित रह जाते हैं, जबकि इन इलाकों में आकर आप असली रोमांच का मज़ा ले सकते हैं.

साधारण- प्रतापगढ़ का किला

असाधारण- राजमाची किला

विशेषताएं- छत्रपति शिवाजी महाराज के द्वारा बनाया गया प्रतापगढ़ का किला काफी लोकप्रिय है इसी किले में शिवाजी ने अफज़ल खान को मौत के घाट उतारा था. इस ऐतिहासिक किले में मां भवानी और भगवान शिव का मंदिर भी स्थित है.

वहीं मुंबई-पुणे हाइवे पर स्थित राजमाची किला असाधारण तो है ही लेकिन लोग इसके बारे में नहीं जानते. महाराष्ट्र की गौरवगाथा को बयान करनेवाले इस इस किले को भारत सरकार ने सन 1909 में ऐतिहासिक धरोहर घोषित किया था.

साधारण- सिद्धिविनायक मंदिर

असाधारण- वज्रेश्वरी मंदिर

विशेषताएं- महाराष्ट्र में आनेवाले पर्यटक मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में माथा टेके बगैर वापस नहीं लौटते हैं. इस मंदिर में विराजमान दाई सूड़ वाले गणपति को लेकर मान्यता है कि यहां दर्शनमात्र से ही भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है.

वहीं मुंबई के करीब स्थित वज्रेश्वरी मंदिर के दर्शन से अधिकांश पर्यटक महरूम रह जाते हैं. पहाड़ों की खूबसूरत वादियों के बीच मौजूद इस मंदिर के चारों ओर नैसर्गिक छटा दिखाई देती है. इस मंदिर में विराजमान रेणुका, वज्रेश्वरी और कालिका देवी यहां आनेवाले भक्तों का दामन खुशियों से भर देती हैं.

साधारण- एलिफेंटा की गुफा

असाधारण- आगा ख़ान पैलेस

विशेषताएं- मुंबई से करीब 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एलिफेंटा की गुफाएं पर्यटकों को लुभाती हैं. इन गुफाओं में पौराणिक देवताओं की भव्य मूर्तियां स्थित हैं, जिनमें से त्रिमूर्ति शिव की मूर्ति तो देखते ही बनती है.

जबकि पुणे के येरवड़ा में स्थित ऐतिहासिक भवन आगा खान पैलेस के बारे में बहुत कम लोग ही जानकारी रखते हैं. सुल्तान मोहम्मद शाह आगा खान द्वितीय ने सन 1892 में इसे बनवाया था. इसी भवन में महात्मा गांधी समेत अन्य सहयोगियों को 1940 में बंदी भी बनाकर रखा गया था.

महाराष्ट्र राज्य के कई पर्यटन स्थल अपने आप में इतने अनूठे और खास हैं जिनके बारे में अधिकांश पर्यटकों को पता नहीं होता है. लेकिन अगर आप महाराष्ट्र राज्य के इन मशहूर स्थलों की सैर कर चुके हैं तो अबकी बार इन असाधारण और खास पर्यटन स्थलों की सैर करके देखिए. यकीनन महाराष्ट्र की ये सारी चीज़ें आपके दिल में अपनी एक खास जगह बना लेंगी.

Anita Ram

Share
Published by
Anita Ram

Recent Posts

ढल गई जवानी जिस्म के सौदे में ! अब क्या होगा बूढ़ापे का !

वेश्याओं के रेड लाइट इलाके में हर रोज़ सजती है जिस्मफरोशी की मंडी. इस मंडी…

5 years ago

पेट्रीसिया नारायण ! 50 पैसे रोजाना से 2 लाख रुपये रोजाना का सफ़र!

संघर्ष करनेवालों की कभी हार नहीं होती है. जो अपने जीवन में संघर्षों से मुंह…

5 years ago

माता रानी के दर्शन का फल तभी मिलेगा, जब करेंगे भैरवनाथ के दर्शन !

वैष्णों देवी माता का मंदिर कटरा से करीब 14 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.…

5 years ago

एक गरीब ब्राह्मण भोजन चुराता हुआ पकड़ा गया और फिर वो कैसे बन गए धन के देवता कुबेर देव!

धन-दौलत की चाह रखनेवाले हमेशा धन की देवी लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करते हैं. माता लक्ष्मी…

5 years ago

रमज़ान में खुले हैं जन्नत के दरवाज़े ! होगी हर दुआ कबूल !

साल के बारह महीनों में रमज़ान का महीना मुसलमानों के लिए बेहद खास होता है.…

5 years ago

चिता की राख से आरती करने पर खुश होते हैं उज्जैन के राजा ‘महाकाल’

उज्जैन के क्षिप्रा नदी के पूर्वी किनारे पर बसा है उज्जैन के राजा महाकालेश्वर का…

5 years ago