शिक्षा और कैरियर

इन यूनिवर्सिटीज़ में करेंगें पढ़ाई तो चमक जाएगी किस्मत !

यूनिवर्सिटी, शिक्षा प्राप्‍त करना हर किसी का अधिकार है और हर किसी को शिक्षा लेनी भी चाहिए क्‍योंकि इससे आपका ही आत्‍मविकास होता है। शिक्षा लेने के अलावा आप इसे कहां ये ग्रहण कर रहे हैं, ये बात भी महत्‍वपूर्ण होती है।

जैसे कि आपका स्‍कूल या यूनिवर्सिटी या कॉलेज पर भी ये बात निर्भर करती है कि आप किस तरह की शिक्षा प्राप्‍त कर रहे हैं और जिस संस्‍थान में आप जा रहे हैं वहां सही से पढ़ाई करवाई भी जाती है या नहीं।

वर्तमान में देश की शिक्षा व्‍यवस्‍था का बहुत बुरा हाल है। अब तो इसे लोगों ने धंधा बनाकर रख दिया है। जितना बड़ा संस्‍थान उतनी ज्‍यादा फीस। ये संस्‍थान शिक्षा के नाम पर पैसे तो ले लेते हैं लेकिन पढ़ाई ऐसी करवाते हैं कि आगे चलकर स्‍टूडेंट को जॉब ही नहीं मिल पाती है।

ये बात हम नहीं बल्कि कई टॉप कंपनियों ने कही है। इन कंपनियों के मुताबिक आज देश की बड़ी आबादी जो बेरोज़गार है उनकी बेरोज़गारी की वजह नौकरियों का कम होना नहीं बल्कि उनमें योग्‍यता का कम होना है। जी हां, आजकल के संस्‍थान कोर्स या डिग्री तो दे देते हैं लेकिलयोग्‍यता नहीं दे पाते हैं जिसकी वजह से छात्रों को नौकरी मिलने में परेशानी होती है।

अमूमन छात्र ऐसे विश्‍वविद्यालयों का चयन करते हैं जहां से जब वो निकलें तो उनका करियर शीर्ष पर हो और उन्‍हें कोई दिक्‍कत ना आए। लेकिन हर किसी को इन विश्‍व विद्यालयों में एडमिशन नहीं मिल पाता है।

आज हम आपको भारत की कुछ ऐसी यूनिवर्सिटीज़ के नाम बताने जा रहे हैं जहां से पढ़ाई करने पर आपकी किस्‍मत चमक सकती है।

1 – बनारस हिंदू विश्‍व विद्यालय

यूपी में स्थित इस यूनिवर्सिटी को बीएचयू के अलावा काशी यूनिवर्सिटी के नाम से भी जाना जाता है। यहां पर लगभग 34 से 35 देशों से छात्र पढ़ाई कर रहे हैं और रिसर्च कर रहे हैा। इसकी स्‍थापना 1916 में की गई थी और इसके संस्‍थापक थे स्‍वयंपं‍. मदन मोहन मालवीय जी।

2 – जवाहर लाल नेहरू विश्‍वविद्यालय

ये यूनिवर्सिटी हमेशा ही सुर्खियों में बनी रहती है इसे साल 2012 में एनएसीसी की ओर से 3.9 ग्रेड दिया गया था और इसे देश का बड़ा शै‍क्षणिकसंस्‍थान माना जाता है। यहां तकरीबन 8 हज़ार छात्र शिक्षा ले रहे हैं। इसकी स्‍थापना 1969 में हुई थी।

3 – यूनिवर्सिटी ऑफ कलकत्ता

इसकी स्‍थापना 1857 में की गई थी और इसे एशिया में 149 रैंक मिली है। इस यूनिवर्सिटी का दावा है कि उसके पास भारत का सबसे बड़ा नैनोसाइंस और नैनोटेक्‍नोलॉजी सेंटर है।

4 – यूनिवर्सिटी ऑफ दिल्‍ली

इसकी स्‍थापना 1922 में की गई थी और इस यूनिवर्सिटी का शिक्षा के क्षेत्र में बहुत नाम है। विदेशों से स्‍टूडेंट यहां पढ़ने आते हैं। इसकी ब्रिस्‍करैंक 46 है और एशिया में ये 91 नंबर पर है। इस य‍ूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्रों को करोड़ों के पैकेज पर नौकरी मिलती है।

अगर आप भी अच्‍छी पढ़ाई करके किसी अच्‍छी कंपनी में नौकरी करना चाहते हैं तो आपको देश की इन टॉप यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन लेना चाहिए। यहां से छात्रों को करोड़ों के पैकेज पर नौकरी मिलती है।

Namrata Shastri

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