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तसवीरें : किस तरह से भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया !

पाकिस्तान हर बार इसी बात की खुशी मनाता था कि भारत कभी भी पलटकर वार नहीं करता है.

पाक से आतंकवादी आते हैं और मुंबई हमला करके चले जाते हैं. पाक से आतंकी आते हैं पठानकोट कर देते हैं और पाक से भारतीय दुश्मन आते हैं और उरी जैसा दर्दनाक हत्याकांड को अंजाम दे देते हैं.

लेकिन हर बार भारत शांत रहता है और इससे पाकिस्तान के राजनेताओं से लेकर आतंकवादियों तक सभी को हिम्मत मिलती थी.

किन्तु इस बार पाक को घर में घुसकर मजा चखाया गया है. पाकिस्तान को भारतीय सेना ने धूल में मिला दिया है.

तो आइये आज हम आपको तस्वीरों के जरिये समझाते हैं कि भारत ने इस सर्जिकल स्ट्राइक को कैसे अंजाम दिया है-

1. उरी के हमले के बाद से भी भारतीय सेना पाक अधिकृत कश्मीर पर निगाह बनाये हुए थी. भारत पर ख़ुफ़िया जानकारी थी कि यहाँ जल्द ही आतंकवादी कैम्प लगने वाले हैं और भारत के अन्दर यही आतंकवादी फिर घुसपैठ करेंगे. इसलिए निगरानी में जब पता लगा कि अब यहाँ कैम्प लग गये हैं तो आगे इसकी सुचना बड़े अधिकारीयों को दे दी गयी थी.

2. दुश्मनों को खबर ना हो इसलिए प्लान था कि भारत की सीमा के अंदर से भी हलकी फायरिंग की जाये. ताकि दुश्मन का ध्यान इसी तरफ लगा रहे. वैसे सूत्र बता रहे हैं कि पाकिस्तान की सेना भी हल्की फायरिंग उस दिन कर रही थी ताकि आतंकवादी भारत की सीमा में घुस जाएँ.

3. आर्मी के बड़ी अधिकारीयों ने केंद्र सरकार को मिशन से पहले की जानकारी दी और सीधे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से सर्जिकल स्ट्राइक की अनुमति मांगी. गृहमंत्री, रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री ने इस मिशन को करने की अनुमति प्रदान कर दी.

4. जब सेना ने अपनी कार्यवाही शुरू की तो उस समय वक़्त कुछ रात के 12 बजकर 30 मिनट हुए थे. स्पेशल कमांडों की 5 टुकड़ियों को इस कार्यवाही के लिए तैयार किया गया था. हर टुकड़ी के अंदर 25 जवान थे.

5. इन कमाडो को जंगल में उतारा गया था. हेलिकॉप्टर की आवाज से दुश्मनों को खबर लग सकती थी इसलिए भारतीय जवान काफी पहले ही जंगल में उतरे और काफी फांसला तो सैनिकों ने रेंगकर तय किया था.

6. इसके बाद रात के अँधेरे में जैसे भारतीय कमोड़ों ने आतंकवादियों को देखा तो उन्होंने ग्रेनेड और एम 4 जैसी राइफलों से आतंकवादियों की छाती को छलनी कर दिया. कोई भी आतंकवादी यह नहीं समझ पा रहा था कि आखिर यह हो क्या रहा है.

7. कमांडों को जो करना था जल्दी करना था. दिन होने से पहले सभी को वापस लौटना था. भारतीय सैनिकों के लिए जगह भी तय थी, जहाँ इनको लेने के लिए वापस हेलिकॉप्टर आने वाला था. भारतीय कमांडों ने अपने भारी हथियारों से पहले हमला किया क्योकि जवान जल्द से जल्द इस मिशन को पूरा करना चाहते थे.

8. भारतीय वायु सेना पहले की बैकअप प्लान बनाकर तैयार थी. अगर पाक की तरह से उसी समय बड़ी मदद आती तो इन भारतीय जवानों को बचाने के लिए भारतीय वायुसेना होल्ड पर रखी हुई थी. लेकिन इन बहादुर कमांडों ने पाक को अपने दम पर ही धूल में मिला दिया.

9. उधर बॉर्डर पर भी भारतीय सेना पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार थी. जिस तरह से पाक अधिकृत कश्मीर से गोलियों की आवाज आ रही थी तो सभी को पता लग गया था कि भारतीय कमांडों जरुर बड़ी कार्यवाही कर रहे हैं.

10. अच्छी बात यह रही कि सुबह होने तक भारतीय कमांडों वापस सुरक्षित भारत देश में आ गये थे. सूत्र बता रहे हैं कि इन जवानों ने 38 आतंकवादियों को अपनी प्रिय हूरों के पास पंहुचा दिया है.

तो इस तरह से भारतीय सेना के वीरों ने सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया है. इस पूरे मिशन में कोई भी जवान हताहत नहीं हुआ है तो यह तो भारत के लिए वाकई अच्छी खबर रही है. आतंकवादियों को बता दिया गया है कि अब भारत इनको पाकिस्तान में घुसकर इनके अंजाम तक पहुचाने वाला है.

Chandra Kant S

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Chandra Kant S

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