हथकरघा

निर्वस्त्र है हम – बुनकर समाज जो आज भी द्रढ़ है संस्कृति को बचाये रखने में !

हथकरघा दिवस - है आज भी उन्हीं गैरों का बोलबाला फिर क्या तुम्हारा शरीर और क्या ये मधुशाला किया था…

5 years ago