ENG | HINDI

करीब से बादलों की सैर करनी है तो भारत का यह पर्यटन स्थल कर रहा है आपका इंतजार !

मेघालय

मेघालय – भारत के लगभग सभी पर्यटन स्थल अपनी खासियतों के चलते मशहूर हैं और उनका दीदार करने के लिए दुनियाभर से लोग इन पर्यटन स्थलों का रुख करते हैं.

किसी को पहाड़ के साथ हरी-भरी वादियां पसंद आती हैं तो किसी को समंदर की मदमस्त लहरों के साथ खेलने में आनंद मिलता है. लेकिन बहुत से लोग ऐसे भी हैं जो आसमान के बादलों को करीब से छूकर उसे महसूस करने की इच्छा रखते हैं.

अगर आप भी बेहद करीब से बादलों की सैर करना चाहते हैं तो ये मुमकिन है, क्योंकि हम आपको बताने जा रहे हैं भारत का एक ऐसा खास पर्यटन स्थल जहां आपकी यह ख्वाहिश पूरी हो सकती है.

बादलों का घर है मेघालय

भारत के पूर्वी उप हिमालयी पहाड़ियो में स्थित मेघालय एक पहाड़ी राज्य होने के साथ-साथ भारत का सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थल है. इस राज्य को प्रकृति ने बारिश, धूप, धुएं से ढंकी पहाड़ियों और हरी-भरी वादियों के साथ सफेद बादलों जैसे कई सौगात दिए हैं.

यहां बादलों को बेहद करीब से ना सिर्फ देखा जा सकता है बल्कि उन्हें महसूस भी किया जा सकता है. मेघालय का शाब्दिक अर्थ है बादलों का घर. जहां हर तरफ प्रकृति की भव्य छटा बिखरी हुई है. मेघालय की राजधानी शिलांग में भी कई खूबसूरत और आकर्षक पर्यटन स्थल हैं जिनका दीदार करने के लिए दुनिया के कोने-कोने से लोग आते हैं.

ऊंची-ऊंची पहाड़ियां है इसकी शान

मेघालय की सबसे ऊंची चोटी शिलांग करीब 589.50 मीटर ऊंची है. जबकि नोकोक यहां की दूसरी सबसे ऊंची चोटी है. इस राज्य के पश्चिम में गारो हिल्स है, मध्य में खासी और पूर्व में जयंतिया की पहाड़ियां हैं. घने जंगलों के मामले में मेघालय सबसे समृद्ध राज्य माना जाता है.

मेघालय में रहनेवाले लोग साधारण भले ही हो लेकिन मेहमाननवाजी में वो किसी का भी दिल जीत सकते हैं. यहां रहनेवाली जनजातियों की सबसे खास बात तो यह है कि यहां महिलाओं को विशेष अधिकार दिए गए हैं. यहां महिलाओं से ही वंश का पता लगाया जाता है और उन्हें उत्तराधिकारी होने का भी विशेष अधिकार दिया जाता है.

यहां के प्रमुख दार्शनिक स्थल

वैसे तो पूरे मेघालय में अनगिनत पर्यटन स्थल हैं जिसे देखने के लिए पर्यटक खींचे चले आते हैं. यहां क्रेम मॉम्लुह, क्रेम फिलुत, मावसिनराम, मोसमाई और सीजू ऐसे आकर्षक स्थल हैं जो यहां आनेवाले पर्यटकों को रोमांच से भर देते हैं.

चेरापूंजी, सीजू गुफा, मोसमाई झरना, जोपाई, मफलंग, वार्डस लेक, उमियाम झील, लेड हैदरी उद्यान, पोलो ग्राउंड, मिनी चिड़ियाघर, हाथी झरना और शिलांग की पर्वत चोटी पर्यटकों को खासा लुभाती हैं.

ऐसे पहुंचे मेघालय

मेघायल पहुंचने के लिए आप हवाई मार्ग, रेलमार्ग और सड़क मार्ग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.

हवाई मार्ग

मेघालय पूरी तरह से बादलों और पहाड़ियों से घिरा हुआ राज्य है इसलिए यहां कोई विमानतल नहीं है. यहां पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा है गुवाहाटी जो मेघालय की राजधानी शिलांग से करीब 128 किलोमीटर दूर है. गुवाहाटी से हेलिकॉप्टर सेवा की मदद से आधे घंटे में शिलांग पहुंचा जा सकता है.

रेल मार्ग

मेघालय में कोई भी रेल सेवा नहीं है इसलिए यहां आने के लिए आपको गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर उतना होगा और फिर यहां से आपको आगे का सफर सड़क मार्ग से तय करना होगा.

सड़क मार्ग

मेघालय में सड़क नेटवर्क काफी अच्छा है. पूरे राज्य में सड़कों का जाल बिछा हुआ है. यहां पहुंचने के लिए एनएच-40 का इस्तेमाल हर मौसम में किया जाता है.

गौरतलब है कि मेघालय में आप सिर्फ करीब से बादलों की ही सैर नहीं कर सकते हैं बल्कि ऊंचे-ऊंचे पहाड़, झरने और प्रकृति हरी-भरी वादियों में आप अपने फुर्सत के लम्हों को यादगार भी बना सकते हैं.