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हिटलर अमेरिका को बेवकूफ बनाकर भाग निकला और हिटलर की मौत पर अमेरिका झूठ बोलता रहा

हिटलर की मौत

हिटलर की मौत कैसे हुई यह बात किसी से छुपी नहीं है।

स्कूल में पढ़ने वाला बच्चा भी बता देगा कि हिटलर ने अपनी प्रेमिका को गोली मारने के बाद खुद को गोली मार लिया था। जिसे बाद में उनके वफादार सैनिकों ने आग के हवाले कर दिया क्योंकि हिटलर नहीं चहता था कि वह जिंदा या मुर्दा अपने विरोधियों के हाथ लगे।

हिटलर ने अगर खुद को गोली मार लिया था तो फिर हम आपको बताएं कि इसके बावजूद भी अमेरिकी हिटलर को कई साल बाद तक ढ़ूंढ़ती रहे तो शायद आपको यकीन नहीं होगा। हिटलर को ढूंढ़ने के दावें उस सभी इतिहास को गलत साबित कर रहा है जो अबतक बताया जा रहा था लेकिन यही सच है।

जिस हिटलर की मौत पर अमेरिकी खुद को विश्व का बादशाह बन बैठा था असल में वह सब झूठ था। दरअसल हिटलर की मौत नहीं हुई थी बल्कि हिटलर को जब लगा कि वो हारने वाला है तो उसने अपने मौत की साजिश रजी और वहां से भाग निकला। इस बात का खुलासा अमेरिका द्वारा हिटलर से जुड़े दस्तावेजों के सार्वजनिक करने के बाद हुआ है।

रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई सन् 1956 तक हिटलर को तलाश करती रही। अगर हिटलर मर गया था तो फिर उसे एफबीआई क्यों तलाश रही थी।

अमेरिकी रिसर्चर सिमोन डस्टन ने अपनी किताब ‘ग्रे वोल्फः द स्केप ऑफ अडोल्फ हिटलर’ में दावा किया है कि हिटलर वहां से खुफिया पनडुब्बी के सहारे भाग निकला और अर्जेंटीना में अपनी गर्लफैंड ईवा ब्राउन के साथ रह रहा था। हिटलर भी आम लोगों की तरह ही सन् 1984 सामान्य मौत मरा।

हिटलर को लेकर एक और खुलासा किया गया है कि जिस शव हो हिटलर का समझ कर लाया गया था दरअसल वह एक महिला का शव था। इस बात का खुलासा 2009 में हुआ जब उस शव के कंकाल का डीएनए किया गया।

इस किताब के दावों को सही माने तो साफ है कि अमेरिका अपनी झूठी जीत की खबर फैलाकर खुद को विश्व का सबसे ताकतवर देश घोषित कर दिया। उनका मकसद इस युद्ध के बाद खुद को विश्व विजेता साबित करने की रही जबकि हकीकत में वह हिटलर की चाल के आगे हार गया था।