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ऐसे लड़के-लड़कियों को कभी नहीं मिल पाता सच्चा प्यार !

सच्‍चा प्‍यार मिलना

हर किसी को अपने जीवन में सच्‍चे प्‍यार की तलाश रहती है और आज का ज़माना है जहां लोग कपड़ों की तरह अपना पार्टनर बदलते हैं। ऐसे में सच्‍चा प्‍यार मिलना बहुत मुश्किल होता है।

हर किसी की चाहत होती है कि उसका पार्टनर ईमानदार और और उसके लिए वफादार रहे और उसे कभी धोखा ना दे लेकिन इस दुनिया में बहुत ही कम ऐसे खुशकिस्‍मत लोग हैं जिन्‍हें सच्‍चा प्‍यार मिल पाता है।

दोस्‍तों आज हम आपको एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं जिससे आपको पता चल सकता है कि सच्‍चा प्‍यार मिलना कितना मुश्किल है – आपकी सच्‍चे प्‍यार की तलाश कब खत्‍म होगी।

आपको जानकर हैरानी होगी कि मनुष्‍य के शरीर की आत्‍मा को अलग-अलग श्रेणियों में बांटा गया है। आत्‍मा को शिशु से लेकर बुजुर्ग तक की श्रेणी में रखा गया है। इसके अनुसार बुजुर्ग श्रेणी के लोगों को अपने जीवन में सच्‍चा प्‍यार बड़ी मुश्किल से मिलता है। बुजुर्ग श्रेणी की आत्‍मा वाले लोग हालातों को पहचानने की समझ रखते हैं। इन्‍हें अपने पार्टनर से एक खास तरह की अपेक्षा रहती है और ये दूसरों की मंशा को अच्‍छी तरह से भांप लेते है और इसी वजह से बहुत जल्‍दी किसी के करीब नहीं जाते हैं।

ये हर चीज़ के बारे में बड़ी गहराई से सोचते हैं और कभी-कभी बहुत ज्‍यादा सोचने की वजह से इसका बुरा असर इनके रिश्‍तों पर पड़ता है। इनके विचारों के कारण ही इनके संबंध टूटते हैं।

इन्‍हें अपने पार्टनर के बारे में हमेशा ऐसा लगता है कि वो उनके साथ जीवनभर नहीं रहेगा और इसी भावना के कारण ये उनसे दूर रहने लगते हैं। इस वजह से इनका रिश्‍ता टूट जाता है।

बुजुर्ग आत्‍मा रखने वाले लोग अपने जीवन में बहुत कुछ हासिल करना चाहते हैं और ये प्‍यार को सबसे आखिरी में रखते हैं। ये टाइमपास के लिए प्‍यार नहीं करते हैं। इन्‍हें डेटिंग पर जाना या अफेयर करना पसंद नहीं होता है इसलिए इन्‍हें सच्‍चा प्‍यार मिलना कठोर होता है – अपना सच्‍चा प्‍यार बड़ी देरी से मिलता है या कभी-कभी तो मिलता ही नहीं है।