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अब जीरो नम्बर पर भी दिल्ली यूनिवर्सिटी में मिलेगा एडमिशन

जीरो नम्बर पर दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन

जीरो नम्बर पर दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन – वैसे तो दिल्ली यूनिवर्सिटी का कट ऑफ हमेशा रही सुर्खियों में रहता है लेकिन इस बार अपनी हाई कट ऑफ के कारण नहीं बल्कि लो कट ऑफ के कारण सुर्खियों का कारण बना।

जहां एक और डीयू में एडमिशन लेना बहुत मुश्किल है। ऐसे में डीयू का एक डिपार्टमेंट ऐसा भी है जो आपको जीरो कट ऑफ पर भी एडमिशन दे देगा। यह सुनकर बहुत हैरानी हो रही होगी लेकिन डीयू के नोटिफिकेशन के अनुसार यह सच है।

अभी हाल ही में डीयू के मैथमेटिक्स विभाग ने पीएचडी के लिए नोटिफिकेशन जारी किया।

जीरो नम्बर पर दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन ? इस नोटिफिकेशन के अनुसार पीएचडी एडमिशन लेने के लिए एससी तथा एचटी विद्यार्थीयों के लिए जीरो नम्बर चाहिए।

इसी नोटिफिकेशन के अनुसार सामान्य वर्ष के विद्यार्थियों के लिए 94 मार्कस की जरुर है वहीं ओबीसी विद्यार्थियों के लिए 84 नम्बर की लेकिन एससी तथा एचटी के लिए किसी तरह के नम्बर की जरुरत नहीं है।

दिल्ली विश्वविद्यालय ऐसा विश्वविद्यायल है जहां एडमिशन का सपना सजाए बच्चे अपनी पूरी जान झोंक देते हैं लेकिन तब भी कुछ ही मेहनती बच्चों को एडमिशन मिल पाता है।

इस नोटिफिकेशन के बाद से ही सोशल मीडिया पर इसका खुब मजाक बनाया गया। युवा इसपर तंज कसने लगे।

एक युवा अंकुर सिंह ने ट्वीट किया कि “वाह!  जिसने एक भी नम्बर प्राप्त नहीं किया वह प्रोफेसर बनकर दूसरो को पढ़ाएगा। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिक्षा का स्तर कहां जा रहा है।

एक का कहना है कि सामान्य और पिछले वर्ग में 98 नम्बर का अतंर है। क्या इतना अंतर करना उचित है। विश्वविद्यालय क्या उन्हें और पिछड़ा करना चाहती है।

डीयू की यह पॉलीसी किस तरह से तैयार किया है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। जहां पासिंग मार्क भी 30-40 प्रतिशत होता है वहीं जीरो होना क्या दर्शता है।

विभाग के अध्यक्ष ने कहा कि एससी एसटी विद्यार्थियों के लिए कोई मार्क नहीं है। हम हर किसी को इंटरव्यू के लिए बुला रहे हैं। आखरी निर्णय साक्षात्कार लेने वाली कमेटी करेगी।

जीरो नम्बर पर दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन – दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे संस्थान से लोगों को ऐसी उम्मीद नहीं थी। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ले बहुस से सवाल उठाए। इस सवालों के बाद देखना होगा कि डीयू एडमिशन नोटिफिकेशन में कोई बदलाव करता है कि नहीं।