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भारतीय महिला वैज्ञानिक ने बनाया ऐसा सेंसर जिसे पहनकर रेप रोका जा सकेगा!

रेप को रोकना

रेप को रोकना – दुनिया भर में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध, हिंसा और रेप जैसी घटनाओं से पूरी इंसानियत शर्मशार है।

खासकर रेप की बढ़ती घटना ने पूरी इंसानियत पर सवालियां निशान खड़ा किया है। वैसे रेप जैसी गंभीर समस्या से निपटने के लिए कई तरह के ऊपाय किए जा रहे है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी डिवाइस के बारे में बताने जा रहे है जिसे पहनकर रेप को रोकना आसान हो सकता है।

ये डिवाइस यौन उत्पीड़न को पहचान कर आस-पास के लोगों को अलर्ट कर सकती है और पीड़िता के परिजनों को भी मदद के लिए आगाह कर सकती है।

इस डिवाइस को MIT (मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, यूएस) की रिसर्च असिस्टेंट मनीषा मोहन ने बनाया है।

मनीषा मोहन भारतीय वैज्ञानिक है जो MIT में रिसर्च कर रही है। इस डिवाइस के बारे में उन्होंने बताया कि ये एक तरह का सेंसर है जिसको किसी भी कपड़े पर लगाया जा सकता है। ये सेंसर भांप लेता है कि कब खुद कपड़े उतारे जा रहे है और कब जबरदस्ती की जा रही है। ये डिवाइस तब भी काम करती है जब पीड़िता बेहोश हो या लड़ने की हालत में ना हो।

इस डिवाइस में ब्लूटूथ लगा है जो स्मार्टफोन से कनेक्ट होता है जब ये सेंसर एक्टिवेट होता है तब जोर की आवाज़ होती है, जिससे आस-पास मौजूद लोग अलर्ट हो सकते है और रेप को रोकना आसान हो सकता है –

ये एक्टिव और पैसिव मोड पर काम करता है पैसिव मोड पर इसे पहनने वाला ख़तरा महसूस होने पर खुद बटन दबा कर इसका इस्तेमाल कर सकता है। एक्टिव मोड पर ये सेंसर बाहरी वातावरण से सिग्नल लेता है।

अगर कोई इस डिवाइस पहनने वाले के कपड़े उतारता है, तो स्मार्टफोन पर ये कन्फर्म करने के लिए मैसेज जाता है कि इसे पहनने वाले की इजाजत से हो रहा है या नहीं। अगर 30 सेकंड तक उस मैसेज को कोई रिस्पोंड नहीं करता है तो आस-पास मौजूद लोगों को अलर्ट करने के लिए तेज आवाज़ होने लगती है। अगर पासवर्ड जरिये इसे पहनने वाला 20 सेकंड के अंदर ये अलार्म बंद नहीं करता तो इस सेंसर से परिजनों को संदेश चला जाता है।

साथ ही उस जगह की लोकेशन भी तुरंत भेज दी जाती है ताकि मदद के लिए ढूँढना ना पड़े।