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कृपया हॉर्न धीरे बजाये, देश सो रहा है!

देश सो रहा है

देश सो रहा है – हमारा प्यारा देश ऐसे लोगों का गढ़ है जो उसी रास्ते पर चलना चाहते हैं जिस रास्ते पर ज्यादातर लोग चलते हैं।

अगर कोई अपना रास्ता बदल ले तो उसे या तो गलत साबित करने में लग जाएंगे या उसकी तारीफ करके आसमान पर चढ़ा देंगे लेकिन वो अगर सही है तो उसका साथ देने के बारे में नहीं सोचेगें।

यहां के लोग देखा देखी करते हैं लेकिन सिर्फ उस लेवल पर जहां उन्हें खुद का कोई नुकसान न हो। हमारे देश में भ्रष्टाचार का मुद्दा बहुत पुराना और गहरा है। यहां हर कोई चाहता है कि भष्टाचार खत्म हो लेकिन शुरुआत कोई नहीं करना चाहता।

जिसको अपना काम करवाना हो वो यह कहकर घूस देने से नहीं कतराता कि “यहां तो ऐसा ही होता है। नहीं दूंगा तो काम नहीं चलेगा। कौन पड़े इन पछड़ो में”. जो लेता है वो यह कह कर ले लेता है कि “सभी तो लेते हैं और फिर इस महंगाई में नहीं लूंगा तो घर कैसे चलेगा।“ वैसे यही लोग भष्टाचार की बातें करते हैं।

देश ने अन्ना आंदोलन भी देखा लेकिन परीणाम क्या हुआ। लोगों ने आंदोलन के नाम पर कुछ दिन कुछ बाते की फिर बैठ गए अपने अपने घर में।

सोशल मीडिया पर एक ऑटो के पीछे की फोटो वायरल हो रही है। यह फोटो तो आम फोटो की तरह ही है लेकिन इसके पीछे जो लिखा है वह आपको जगा देगा यह कहना मुश्किल है लेकिन सोचने पर मजबूर जरुर कर देगा।

इसके पीछे साफ शब्दों में लिखा “कृपया हॉर्न धीरे बजाएं देश सो रहा है।“ यह तंज करती हुई लाइन उन लोगों के लिए जो देश के बड़े मुद्दे पर भी शांत है। देश में महंगाई, भ्रष्टाचार, गिरता रुपया, अपराध पर शांति बनाए रखने की भी अपील इस पोस्टर में किया गया है।

इसी के नीचे उसने लिखा- “भारतीय भ्रष्टाचारी नेतागण समीति भारत।“

देश सो रहा है – इससे साफ है कि यह कहना चाहता है कि भारतीय नेताओं की सोच है कि देश के लोग सो रहे हैं सभी मुद्दों पर इसलिए आप जबतक बिंदास होकर देश को लूटते रहे। यही हालात आज हमारे समाज का है। सभी खुद में व्यस्थ है और कोई कुछ देश के लिए नहीं करना चाहता।