ENG | HINDI

लैब में तैयार हो रहा है अमीरों का ये नया डर्टी प्लान

कंपेनियन रोबोट

कंपेनियन रोबोट – आज के समय में विज्ञान में इतनी तरक्की कर ली है कि रोबोट के द्वारा अपनी हर जरुरत को पूरा करने के लिए तैयार है.

अब रोबोट को इंसान अपने लाइफ पार्टनर के रुप में इस्तेमाल करने की तैयारी में जुटा हुआ है.

और दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी की इस नए प्रोडक्ट की डिमांड इतनी ज्यादा होने की संभावना है कि इसके लिए एक इंडस्ट्री खड़ी होने की तैयारी चल रही है.

एक रिपोर्ट की मानें तो रोबोट की परिकल्पना लाइफ पार्टनर के रुप में की गई है. लेकिन कई तरह की आशंका से ये बात भी साबित हो रही है कि अमीरों का ये एक डर्टी गेम प्लान है, जिसकी वजह से समाज के खतरे में आने की भी संभावना हो सकती है.

हम आपको बता रहें हैं कि लाइफ पार्टनर को बनाने की तैयारी प्लांट में किस तरह से चल रही है. आगे ये भी जानते हैं कि कंपेनियन रोबोटिक्स दुनिया में किस तरह के  बदलाव को ला सकता है. किस तरह समाज पर ये अपना असर डाल सकता है.

अगर आपको चाहिए खूबसूरत ध्यान रखने वाला लाइफ पार्टनर तो उसके लिए आपको आर्डर करने होंगे.

पर्सनल रोबोटिक्स इंडस्ट्रीज का लक्ष्य है कंपेनियन रोबोट तैयार करना जिसे आने वाले समय में लोग अपने लाइफ पार्टनर के रुप में इस्तेमाल कर सके. दोस्तों, शायद आपको पता हो कि चीन के एक इंजीनियर शैंग जिजियांग ने अपने लाइफ पार्टनर के रुप में एक रोबोट को चुना और उससे शादी कर ली. वजह काफी दिलचस्प है. द गार्डियन के अनुसार चीन में सेक्स रेश्यो काफी खराब होने के कारण इस इंजीनियर को रोबोट से हीं शादी करने के लिए मजबूर होना पड़ा. शैग को काफी कोशिशों के बावजूद उसे अपने लिए कोई लाइफ पार्टनर नहीं मिला. इसलिए अंततः उसने रोबोट से ही शादी कर ली.

कंपेनियन रोबोट

रिस्पॉन्सिबल रोबोटिक्स के अनुसार लाइफलाइक सेक्स डॉल्स के सफल होने की वजह से कंपेनियन रोबोट को बनाने की तैयारी शुरू हुई.

रिस्पॉन्सिबल रोबोटिक्स रिपोर्ट की मानें तो मार्केट में लाने के लिए सेक्सबॉट सही रूप में इंसानी शरीर का महत्वपूर्ण वर्जन हीं होता है.

बात करने में सक्षम है हॉर्मनी कंपेनियन रोबोट की दुनिया में सबसे करीब फिलहाल हॉर्मनी है.  एबेयस  क्रिएशन ने इसे बनाने का काम किया है. ये वही कंपनी है जो साल 1996 से हीं सेक्स डॉल बनाने का काम कर रही है.  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट हॉर्मनी की कीमत फिलहाल 15,000 डॉलर है. कंपनी इस बात का दावा करती है कि हॉर्मनी बात करने में सक्षम है. आगे के दिनों में ये लोगों के चेहरे भी पहचान सकती है. और सवालों के जवाब देने में भी सक्षम हो जाएगी. कंपनी का कहना है कि तकनीक के सस्ते होने पर हॉर्मनी को अपग्रेड भी कर सकते हैं.

जैसे ही मार्केट में सेक्सबॉट को लाने की बात चली इस पर विवाद होने शुरू हो गए. समाज का एक बड़ा तबका इस तरह के रोबोट की आवश्यकता पर सवालिया निशान उठा रहे हैं. लेकिन वहीं कंपनी के सीईओ का कहना है कि उनके द्वारा तैयार किए गए सेक्स डॉल्स ने लोगों को सहारा देने का काम किया है.

ऐसे लोग शामिल हैं जो समाज से कट चुके हैं और अकेलेपन की जिंदगी जीने को मजबूर हैं.

उनके अनुसार आने वाले समय में एक रोबोट आपके साथ हमेशा रहेगा जो अकेलेपन में आपको सुरक्षा का एहसास कराएगा. यहां तक की अगर आप दवाई खाते हैं तो उसके लिए समय की भी याद दिलाएगा. साथ हीं आपके हार्टबीट से लेकर ब्लडप्रेशर तक की लाइव जानकारी रोबोट अपने में फीड रखेगा. और इमरजेंसी में अस्पताल को कनटेक्ट करने के साथ-साथ इंजेक्शन देने का काम भी करेगा. इसलिए हर जरुरतमंद लोग, बुजुर्ग और बीमार लोगों के लिए रोबोट बहुत हीं ज्यादा अहम होगा. जिससे ऐसे लोग ये भूल जाएंगे कि इस रोबोट में सेक्स से जुड़ा हुआ भी किसी तरह का कोई फंक्शन मौजूद है.

लाखों करोड़ों की हो सकती है इंडस्ट्री

इस इंडस्ट्री की बढ़ोतरी कितनी होगी इस बात का अंदाजा तो इस बात से ही लग सकता है कि जिस तरह के सर्विसेज़ को ये पूरा करने वाली है साइज में वो कितना बड़ा है.

फोर्व्स के अनुसार आने वाले समय में ये इंडस्ट्री 500 करोड़ डॉलर की होगी. जो कि फिलहाल 1500 करोड़ डॉलर की है.

95 फीसदी से ज्यादा फीमेल बॉडी पर आधारित है

कंपेनियन रोबोट के लिए जो लोग काम कर रहे हैं उनकी दलील को छोड़कर अगर समाज में उठ रहे सवालों की बात करें तो समाज में इसे काफी गंभीर रूप से लिया गया है. रिपोर्ट की मानें तो सेक्स रोबोट्स को बनाने वाली कंपनी ने जितने भी सेक्स रोबोट बनाए हैं उनमें से 95 फ़ीसदी से अधिक फीमेल की बॉडी पर हीं आधारित है. साफ तौर पर अगर कहें तो इन सेक्स रोबोट को पुरुषों की सेक्सुअल फैंटेसी को पूरा करने के लिए हीीं तैयार किए जा रहे हैं.

रिपोर्ट्स के अनुसार ऐसा इसलिए भी है क्योंकि वर्कप्लेस में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है. ऐसे में कंपेनियन रोबोट की डिजाइनिंग में सिर्फ ज्यादा पैसे चुकाने वालों के लिए उनके सेक्सुअल फेंटेसी को ध्यान में रखते हुए हीं काम किया जा रहा है. चाहे कंपनी कुछ भी कहे लेकिन उनके शुरुआती उद्देश्य पर संदेह जताए जा रहे हैं.