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कश्मीर के मामलों में क्यों दखल दे रहा है चीन !

कश्मीर में चीन की दखल

कश्मीर में चीन की दखल – अक्सर कहा जाता है कि आप दोस्त अपनी मर्जी से चुन सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं ।

आपका पड़ोसी कैसा भी क्यों न हो आपको उसके साथ एडजेस्ट करना ही पड़ता है । कुछ ऐसा ही हाल भारत का भी है जिसे न चाहते हुए भी चीन और पाकिस्तान के साथ तालमेल बिठाने की कोशिशें करनी पड़ रही है ।

कश्मीर में चीन की दखल

भारत और पाकिस्तान का बैर तो आजादी के वक्त से शुरु हो गया था  और अब तक बरकार है । भारत पाक की दुश्मनी की सबसे बड़ी वजह कश्मीर को माना जाता है, जो मसला आज तक नहीं सुलझ पाया । लेकिन अब कश्मीर मसले में एक नया आयाम उभरता नजर आ रहा है । जिसका खुलास कश्मीर के वरिष्ठ मंत्री ने किया । भारत के कश्मीर के वरिष्ठ मंत्री नईम अख्तर के अऩुसार चीन कश्मीर में अपने पैर जमाने की लगातार कोशिश कर रहा है । जिस वजह वो लगाताक आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद को संरक्षण दे रहा है ।

अब तक कश्मीर की समस्या को भारत पाकिस्तान के बीच फंसा मसला समझा जाता रहा है ।

लेकिन अब कश्मीर में चीन की दखल शुरू हो गई है –  चीन की बढ़ती दखलअंदाजी इसे नया आयाम दे रही है । हालांकि अब तक किसी ओर नेता ने इस दखल्अंदाजी का जिक्र नहीं किया था और किसी कश्मीरी मंत्री से पहली बार इस तरह की बात सामने आी है । लेकिन अगर इतने वरिष्ठ नेता ने कश्मीर में चीन की दखल की बात कही है तो इसमें कुछ न कुछ सच्चाई तो जरुर होगी ।  वैसे भी देखा जाए तो चीन भारत के व्यापारिक संबंध तो रखना चाहता है । लेकिन भारत को आगे नहीं बढने देना चाहता । यही वजह है कि कश्मीर में चीन की दखल शुरू हो गई है – डोकलाम विवाद हो या फिर मालदीव में आपातकालीन स्थिति किसी भी जगह चीन भारत को अपना पक्ष रखने का मौका नहीं देना चाहता ।

आपको बता दें कश्मीर में चीन की दखल की बात कहनेवाले नईम अख्तर पीडीपी अध्यक्ष और जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के काफी करीबी माने जाते है । साथ ही वो पीडीपी के राज्य प्रवक्ता भी है ।

कश्मीर में चीन की दखल

नईम अख्तर ने एक लीडिंग न्यूजपेपर को दिए अपने इंटरव्यू में कहा कि  “अब कश्मीर केवल भारत और पाकिस्तान के बीच फंसा मसला नहीं रह गया है । अब चीन भी इसमें शामिल हो गया है । पिछले दिनों जो कश्मीर में हमले हुए उन में आतंकवादी संगठन जैश ए मोहम्मद का नाम बार बार आया । जिसे चीन का संरक्षण प्राप्त है ।”

नईम अख्तर के अनुसार चीन का प्रभाव पाकिस्तान में लगातार बढता जा रहा है । ऐसे में भारत को पाकिस्तान से बात करने में देर नहीं करनी चाहिए ।

अगर देखा जाए तो ये बात काफी हद तक गौर करने वाली है, क्योंकि पाकिस्तान और चीन की दोस्ती काफी लंबे वक्त से चली आ रही है । और जैसा कि कहते दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है । भारत के इन दो दुश्मनों भी अगर कश्मीर मुद्दे पर हाथ मिला लिया तो आने  वाले वक्त में भारत को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है ।

कश्मीर में चीन की दखल

हालांकि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला को कश्मीर में चीन की दखल वाली बात में कई दम नजर नहीं आता । ऩईम अख्तर के इस बयान पर उमर अबदुल्ला ने ट्वीट करते हुए लिखा – “दिल्ली हुकुमत को अख्तर के कश्मीर में चीन के हस्तक्षेफ वाले दावे पर सफाई देनी चाहिए । “ वही कुछ कश्मीरी पत्रकारों का मानना है कि पीडीपी की ये हमेशा से मांग रही है कि भारत पाकिस्तान से इस मसले पर बात करें । हालांकि इस बार पीडीपी प्रवक्ता अख्तर दारा कही बातों पर गौर करना भी जरुरी है, क्योंकि जिस तरह के हालात कश्मीर में बने हुए है । वो पूरे देश के लिए काफी गंभीर विषय है ।