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OMG!! बॉलीवुड की ये हीरोइन पीरियड्स में सैनेटरी नैपकीन का यूज़ नहीं करती

हॉट बिपाशा बासु

भारत में लड़कियों के उन दिनों को लेकर कई तरह के प्रोग्राम होते रहते हैं. बड़े बड़े संगठन इस बात को फैलाने के लिए बहुत मेहनत करते हैं और गाँव गाँव जाकर लड़कियों और महिलाओं को इस बारे में बताते हैं. अक्सर महिलाएं अपने उन दिनों में दयां नहीं देतीं और कई तरह की बीमारियों से जूझती हैं. लड़कियों और महिलाओं को उन दिनों के लिए कभी फ्री में पैड्स बांटे जाते हैं तो कभी उन्हें शोर्ट फ़िल्में दिखाकर जागरूक किया जाता है, लेकिन बॉलीवुड की एक ऐसी हीरोइन है जो इस बात से बिलकुल भी ताल्लुक नहीं रखती.

एक प्रोग्राम में इस हीरोइन ने यहाँ तक कह दिया की वो इस तरह के पैड्स का इस्तेमाल नहीं करतीं क्योंकि इससे हमारे पर्यावरण को नुक्सान पहुँचता है. एक तरफ जहाँ महिलाओं को इस बारे में जागरूक किया जा रहा है वहीँ दूसरी ओर हीरोइन का इस तरह का बयान इस मामले में नुकसान ही पहुंचाएगा. महिलाएं कंफ्यूज होंगी और फिर से वही रास्ता अपनाएंगी जो वो बर्षों से करती आ रही हैं.

बॉलीवुड की इस अदाकारा का नाम है दिया मिर्ज़ा. भारत की ओर से सयुंक्त राष्ट्र पर्यावरण सदभावना दूत नियुक्त की गई दीया मिर्जा अपने करियर के शुरुआती दिनों से ही पर्यावरण सम्बंधित कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रही हैं. सयुंक्त राष्ट्र पर्यावरण सदभावना दूत नियुक्त किए जाने के बाद दीया ने नवभारतटाइम्स डॉट कॉम से हुई खास बातचीत में पर्यावरण की सुरक्षा पर लंबी बात की. दीया ने यह भी बताया कि वह उन सभी चीजों का इस्तेमाल करना बंद कर चुकी हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है. दीया कहती हैं कि ऐसी ही एक महत्वपूर्ण चीज है सैनिटरी नैपकिन जो पर्यावरण को बेहद तेजी से प्रदूषित कर रही है इसलिए उन्होंने सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल बंद कर दिया है.

दीया मिर्जा बताती हैं, ‘हमारे देश में स्त्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए उपलब्ध सैनिटरी नैपकीन और डाइपर बहुत बड़े पैमाने पर पर्यावरण और वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं इसलिए मैं अपने मासिक धर्म के दिनों में सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल करना बंद कर चुकी हूं. एक ऐक्टर होने के नाते मेरा यह कहना बहुत बड़ी बात है क्योंकि हम सैनिटरी नैपकिन का प्रचार भी करते हैं. मुझे जब भी कभी सैनिटरी नैपकिन के प्रचार के लिए कोई ऑफर आता भी है तो मैं साफ इनकार कर देती हूं.’

दीया मिर्ज़ा का इस तरह से बयान देना उन महिलाओं के लिए कितना उचित होगा जो अभी अभी इस मामले में संज्ञान लेती हुई खुद के स्वास्थ्य का ध्यान दे रही हैं. भले ही दीया इसका इस्तेमाल नहीं करती हों, लेकिन जिसका इस्तेमाल वो करती हैं उसे बाक़ी कंपनी आम महिलाओं और लड़की के लिए नहीं बनाती. वो बहुत महंगे मिलते हैं और सभी महिलाएं उसे खरीद नहीं सकतीं.

बॉलीवुड एक्टर्स का इस तरह से इन सब चीज़ों के बारे में जन समूह में बयान देना उचित नहीं है. दीया के इस बयान का बाकी औरतें जो गाँव इमं रहती हैं किस तरह से प्रतिकृत्य करेंगी वो तो पता नहीं, लेकिन इतना तो ज़रूर है की उनका दिमाग एक बार फिर से पैड्स यूज़ करने पर सोचेगा. वो सोचने पर मजबूर जाएंगी कि आखिर जब इतनी बड़ी हीरोइन इसका इस्तेमाल नहीं करती तो वो क्यों करें.