ENG | HINDI

रोज रोज नहाना भी है आपके लिए ‘हानिकारक’

रोज रोज नहाना

रोज रोज नहाना – अक्सर हमें हमारे बड़े-बुजुर्गों द्वारा रोज नहाने की सलाह दी जाती है और कहा जाता है स्वस्थ तन और स्वस्थ मन के लिए सभी लोगों को नियमित रूप से नहाना चाहिए.

हालाँकि रोज नहाना एक अच्छी आदत तो है ही लेकिन अभी हाल ही में हुई एक रिसर्च आपको हैरान कर सकती है. इस रिसर्च में बताया गया है कि रोज रोज नहाना भी हमें नुकसान पहुंचा सकता है. दरअसल अभी हाल ही में एक रिसर्च की गई है जिसमें ये बात सामने आई है कि रोज रोज नहाना भी हमें नुकसान पहुंचाता है.

पिछले दिनों ब्रिटेन के मशहूर अख़बार ‘द सन’ में एक खबर छपी थी जिसके अनुसार लोगों के हर दिन नहाने की आदत उन्हें बीमार बना सकती है. इस रिसर्च में बताया गया है कि रोज-रोज नहाने की आदत से हम शरीर के उस तेल को भी त्वचा के साथ धो डालते है जो वास्तव में शरीर के लिए अति आवश्यक होता है.

रोज रोज नहाना हानिकारक –

क्या निकला रिसर्च में-

इस रिसर्च पर ऑस्ट्रलियन कॉलेज के डर्मेटोलॉजी विभाग के प्रोफेसर स्टीफन शुमैक का भी कहना है कि इंसान का शरीर प्राकृतिक तौर पर एक तैलीय पदार्थ निकालता है जो हमारी त्वचा की कोशिकाओं को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरुरी होता है. लेकिन बार-बार नहाने या धोने से त्वचा का वह आयल पदार्थ निकल जाता है. जिससे त्वचा सम्बंधित रोग होने की संभावना बढ़ जाती है.

रोज रोज नहाना

तो फिर नहाये या नहीं?

जब इस रिसर्च में ये बात सामने आई है कि रोज-रोज नहाने से आपको त्वचा संबंधित बीमारी होने की संभावना रहती है तो लोगों का सोचना है कि फिर नहाए या नहीं? इस बात का जवाब देने के लिए शोधकर्ताओं ने बताया कि आपको तभी नहाना चाहिए जब आपको जरूरत महसूस हो. उनका आगे कहना है कि ये सिर्फ पिछले 50-60 सालों में ही हुआ है कि लोगों को रोज-रोज बाथरूम में जाकर नहाने की आदत लग गई है. अब हर दिन नहाना बहुत आम हो गया है और हर दिन नहाना एक तरह का सामाजिक दबाव बन गया है. लेकिन इससे पहले रोज-रोज नहाने का इतिहास नहीं रहा है लोग जरूरत पड़ने पर ही नहाया करते थे.

रोज रोज नहाना

साबुन बनाने वाली कम्पनियों ने लगाईं रोज नहाने की आदत-

आज हर इंसान को रोज-रोज नहाने की आदत लगी हुई है. रोज-रोज नहाने के पीछे पिछले 50-60 सालों का बदलाव ही बताया जाता है. जब से मार्केट में साबुन की कम्पनियाँ आई है और उन्होंने भ्रामक विज्ञापन बनाने शुरू किये है तब से इंसान एक तरह का सामाजिक दबाव महसूस करने लगा है कि रोज-रोज नहाना ही पड़ेगा.

रोज रोज नहाना

महिलाएं रोज-रोज नहाने से करती है परहेज-

अभी हाल ही में किये गए एक दूसरे सर्वे में ये बात भी सामने आई है कि महिलाएं नहाने के मामले में कंजूसी कर जाती है. इस सर्वे में बताया गया है कि हर 5 में से 4 महिलाएं रोज-रोज नहाने से परहेज करती है. वहीं लगभग एक तिहाई औरतों का मानना है कि वे 3 दिनों का गैप डालकर नहाना पसंद करती है. जब वे नहीं नहाती है तब बॉडी परफ्यूम, क्रीम, आयल और डियो आदि से खुद को तरोताजा रखती है.

रोज रोज नहाना

इस रिसर्च से उन लोगों को खुश होने की जरुरत है जिनको रोज रोज नहाना अच्छा नहीं लगता है. वहीं रोज-रोज नहाने वाले लोगों को सोचने की जरूरत है कि वे अपने रोज नहाने पर विचार करे या फिर बिना साबुन लगाये भी आप नहा सकते है.