ENG | HINDI

सालों बाद अन्ना के खत का जवाब या मोदी का कोई राजनीतिक वार

अन्ना हजारे

प्रधानमंत्री ऑफिस से अन्ना हजारे को खत- पिछले चार सालों से जिन खतों का जवाब नहीं आया, आज उनका जवाब कही मोदी सरकार का कोई राजनीतिक पैतरा तो नहीं…

दरअसल समाज सेवी अन्ना पिछले चार सालों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लगातार खत लिख रहे है, लेकिन प्रधानमंत्री ने कभी भी उनके किसी खत का जवाब नहीं दिया। आज अचानक प्रधानमंत्री के दफ्तर से अन्ना हजारे के लिए एक संदेश आया। बिते चार सालों में अब आया जवाब किसी राजनीतिक खेल का जिक्र कर रहा है। साल 2019 के चुनाव सर पर है और उसकी तैयारी जोरो-शोरो से जारी है। अब इस बात का खुलासा तो खत में आये जवाब की बैठक के बाद ही लगाया जा सकता है। खैर चार सालों के लंबे इंतजार के बाद शुक्रवार को अन्ना हजारे का इंतजार खत्म हो गया।

अन्ना हजारे

साल 2014 से समाज सेवी अन्ना हजारे लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को खत लिख रहे है। अब तक वह प्रधानमंत्री मोदी को करीब 15 खत लिख चुके है… और अन्ना हजारे के सभी खतों का एकमात्र मकसद था कि लोकपाल बिल को सही व सुचारू तरीके से कार्यान्वित करवाया जाए। इन चार सालों में कभी भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी या उनके पीएमओं ऑफिस ने उनके खतों का जवाब देने की जहमत नहीं उठाई, तो एकाएक इस खत से वह क्या जता रहे है, कही यह उनका 2019 के इलेक्शन का कोई राजनीतिक पैतरा तो नहीं।

आपकों बता दे कि अन्ना हजारे ने अपना पिछला आंदोलन जोकि इसी साल मार्च में किया था, उसे इसी तर्ज पर खत्म किया था कि उनकी मांगो के बारे में केन्द्र सरकार जल्द ही कोई अहम् कदम उठायेगी। उस समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कृषि राज्य मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को आगे आना पड़ा और उन्होंने केन्द्र सरकार के तर्ज पर उनकी मांग पर विचार करने का वादा किया। वादों के बाद भी जब सरकार की लोकपाल बिल पर कोई कार्यवाही सामने नहीं आयी तो अन्ना हजारे ने मोदी सरकार को फिर से खत लिखे। इस बार फिर से उन्होंने सरकार को धमकी दी कि अगर सरकार कुछ नहीं करेगी, तो वह अक्टूबर से एक बार फिर अनशन शुरू कर देंगे।

अन्ना हजारे

अनशन की धमकी में था दम

शायद अन्ना हजारे की धमकी का ही असर है कि प्रधानमंत्री ऑफिस से उनके पत्र का जवाब आ गया। हाल ही के दिनों में प्रधानमंत्री मोदी को दो खत लिखने के बाद प्रधानमंत्री ऑफिस से उन्हें गुरूवार को संदेशा आया। इस सदेश पत्र यानि जवाबी चिट्ठी में पीएमओ ने अन्ना हजारे को अनशन के धमकी भरे खत का जवाब देते हुए कहा है कि अन्ना हजारे से मिलने पीएमओ से सचिव के अधिकारी जल्द ही रालेगण सिद्धी आएंगे और इस लोकपाल बिल के मामले पर बातचीत होगी।

अन्ना हजारे ने शुक्रवार को अपने जन्मदिवस के अवसर पर पारनेर तहसील में युवकों को मार्गदर्शन कार्यक्रम में भाषण के दौरान खुद ही इस बात का खुलासा किया। अन्ना ने यह भी कहा कि अगर अच्छा चरित्र तो बड़ी से बड़ी ताकत भी आपका आदर करती है।