ENG | HINDI

400 ऑडिशन देने के बाद मिली 500 करोड़ की फिल्म !

अभिनेता परेश

अभिनेता परेश – सिल्वर स्क्रीन पर आने के लिए लोगों की ज़िंदगी तबाह हो जाती है. कितने घर बर्बाद हो जाते हैं.

घर से झूठ बोलकर मुंबई नगरी में आना और फिर परदे पर दिखने के लिए संघर्ष का दौर. उस बीच गाँव में घर में कौन मर गया, किसकी शादी हो गई, ये सब एक्टर भूल जाते हैं. दिन-रात बस वो यही सोचते हैं कि कैसे उनका कोई एक काम परदे पर आ जाए और वो ये ख़ुशी अपने बूढ़े माँ-बाप को दे सकें.

अपने गाँव के दोस्तों को बता सकें कि मुंबई आना उनका सफल हो गया, वो हीरो बन गए. अफ़सोस ये हर किसी के साथ नहीं हो पाता.

बहुत से लोग इसी नगरी में संघर्ष के बाद भी कुछ न मिल पाने पर मौत को गले लगा लेते हैं, तो कुछ नशे के आदती हो जाते हैं.

बहुत मुश्किल है ऑडिशन पर ऑडिशन देना और रिजेक्ट होने के बाद फिर से अगले ऑडिशन के पते पर पहुँच जाना. अजीब बिडंबना है ये. एक बार परदे पर आने के बाद इन्हीं एक्टर्स का रुतबा बदल जाता है और जब तक काम नहीं मिलता, इनके जूते फटते रहते हैं. हर प्रोडक्शन हाउस के चक्कर काट-काट कर ये थकते नहीं, बल्कि और जोश से आगे बढ़ते हैं.

ऐसे ही एक कहानी है परेश की. वही परेश जिन्हें आपने फिल्म ‘टाइगर ज़िन्दा है’ में देखा था.

फ‍िल्‍म में अभिनेता परेश के लुक्‍स को दर्शकों ने पसंद क‍िया. सबसे ज्‍यादा बात हो रही है उनकी आंखों की, हालांकि अभिनेता परेश मानते हैं कि उनके चेहरे का बेस्‍ट फीचर उनकी स्‍माइल है. अभिनेता परेश को कैंपस प्‍लेसमेंट नहीं मिला तो भी उन्‍होंने इस पर परेशान होने की बजाय यही सोचा क‍ि शायद जिंदगी का रास्‍ता यहीं से मिलेगा और ऐसा हुआ भी, लेकिन जॉब के लिए जब कैमरे के पीछे आए तो समझ आया क‍ि लाइफ कहां लेकर जा रही है. फिर 300-400 ऑड‍िशन का सिलस‍िला रिजेक्‍शन के साथ लगा रहा. इस बीच अभिनेता परेश कई बार हताश हुए और निराश भी

कई बार तो उन्हें लगा कि उनसे बहुत बड़ी गलती हो गई जो इस फील्ड में करियर बनाने चले आए.

कई बार लौट जाना बेहतर समझा. फिर उनके मन ने कहा कि एक बार और. और वो एक बार उन्हें कहाँ से कहाँ ले आया.  अपना रास्ता बनाते हुए अंत में अभिनेता परेश को जगह मिली टाइगर की फ‍िल्‍म में.

इस फिल्म में सलमान के अपोजिट काम करके परेश को बहुत ख़ुशी मिली. सबसे बड़ी बात ये है कि लोगों ने परेश को पसंद किया.

अभिनेता परेश कहते हैं कि उनके मन में एक बात हमेशा से थी. वो ये कि वह खुद को हमेशा पर्दे पर सलमान की तरह देखने का सोचते थे. हालांकि ये बात तब की है, जब वह छोटे थे. डांस, एक्‍ट‍िंग का बचपन का शौक कॉलेज में थिएटर की ओर ले गया. किस्मत उन्हें उसी जगह ले आई जिसके जैसा वो खुद को सोचते थे. परेश ने इस फिल्म में काम करके बॉलीवुड को जाता दिया कि वो एक बेहतर एक्टर हैं. लोग अब परेश को पसंद कर रहे हैं.

हो सकता है कि एक दिन वो भी आ जाए जब सच में अभिनेता परेश सुपर स्टार की तरह सलमान जैसे परदे पर दिखें और लोग उन्हें उसी तरह प्यार दें. किस्मत कुछ भी कर सकती है.