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बाहर जा कर पढ़ना है? कौन से देश जाएँ? इन 5 ज़रूरी बातों से कीजिये तय!

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विदेश में जाकर पढ़ना कोई आज की रीत नहीं है|

आज से सौ साल पहले भी लोग अपनी ज़मीनें बेच कर या कहीं से रुपये-पैसे का इंतज़ाम कर उच्च शिक्षा के लिए दूसरे देशों में जाया करते थे! लेकिन क्या सिर्फ़ पैसा होना ही काफ़ी है या कुछ और बातों पर ध्यान देना भी ज़रूरी है?

आईये अगर आपको बाहर जा कर पढ़ना है तो आप से बांटें कुछ बातें जो आपको ध्यान में रखनी होंगी अपनी विदेशी शिक्षा की शुरुआत से पहले:

1) मौसम
सबसे पहले इस बात का पता कर लें कि जिस देश में आप पढ़ने जा रहे हैं, वहाँ का मौसम कैसा रहता है| भारत गर्मी-प्रधान देश है और अगर आप किसी ऐसे देश को चुनते हैं जहाँ कड़ाके की ठण्ड पड़ती है तो आपके लिए वहाँ के हालात के साथ समझौता करना बहुत ही मुश्किल हो जाएगा!

2) भाषा
वैसे तो आजकल अंग्रेजी हर देश में बोली जाती है लेकिन फिर भी कुछ यूरोपीय या एशियाई देश ऐसे हैं जहाँ अंग्रेजी का इस्तेमाल बहुत ही कम होता है| उदाहरण के तौर पर लीजिये जापान, चीन, फ्रांस, स्पेन वगेरह वगेरह| अगर इन में से किसी देश में जाने वाले हैं तो यहीं से उस देश की भाषा का जितना हो सके ज्ञान ले लें वरना वहाँ जाके सिर्फ़ इशारों में ही बातें हो पाएँगी!

3) धर्म-संस्कृति
वैसे तो यह ज़रूरी नहीं है कि दूसरे देशों में आप ही के धर्म-समुदाय के लोग मिलें लेकिन अगर आपकी सोच से बहुत ही जुदा है आपकी पसंदीदा यूनिवर्सिटी का देश तो आपके पास ज़्यादा विकल्प रह नहीं जाते| या तो अपने मन को मज़बूत करें कि जब तक पढ़ाई चलेगी, तब तक समझौते की ज़िन्दगी जीनी होगी या फिर किसी और देश में अपनी पढ़ाई का जरिया ढूँढें! उदहारण के तौर पर मध्य पूर्व के देश जैसे की दुबई, क़तर वगेरह धर्म को लेकर बहुत ही सख़्त हैं| अगर आपको लगता है कि आपका निर्वाह नहीं होगा तो कहीं और का रुख़ कीजिये!

4) जीवन-शैली
हर किसी को एक तरह का जीवन जीने का शौक़ होता है| कुछ लोग हैं जो चार पैसे ज़्यादा खर्च देते हैं ताकि ज़िन्दगी जीने की क्वालिटी अच्छी बनी रहे! अब जिस देश में आप जाएँगे, वहाँ के लोग कैसा जीवन जीते हैं, उनकी क्या पसंद-नापसंद है वगेरह वगेरह के बारे में ध्यान से जान लें और फिर कोई फैसला लें!

5) करेंसी
यह बहुत ही ज़रूरी मुद्दा है जानने के लिए क्योंकि इस पर निर्भर करेगा कि आपकी जेब कितनी हल्की होने वाली है| रूपए की वैल्यू उस देश की करेंसी के आगे कितनी है, यह जान कर ही आप अपना एक बजट बना सकते हैं, सोच सकते हैं कि आपके खर्चे वहाँ किस तरह के होंगे, कितने पैसों की आपको ज़रुरत रहेगी और क्या आप सच में उतने पैसे खर्चना चाहते भी हैं या नहीं?

एक बार आराम से इन बातों के बारे में सोच-विचार कर लीजिये और फिर फ़ैसला कीजिये कि कहाँ जाना है पढ़ने!
गुड लक!