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ये ५ चीज़ें खत्म होने पर लाइफ में तकलीफ होती है!

जैसे जैसे समय बदला, ज़माना बदला हमारी ज़रूरतें भी बदली है.

कुछ चीज़ें ऐसी होती है जिसके बिना रहना मुश्किल तब भी था अब भी है.

बस आज कल के ज़माने में कुछ  चीज़ें इस कद्र जिंदगी का हिस्सा बन गयी है कि जो अगर ना मिले तो लाइफ में तकलीफ होती है और लगता है की बस जैसे प्राण ही निकल जायेंगे.

तो क्या है वो पांच चीज़ें जिसके बिना आज का युवा रह नहीं सकता….

१. दोस्ती –

इस लिस्ट में और इंसान की ज़रूरत की हर लिस्ट में सबसे ऊपर आती है दोस्ती. आखिर इस से अच्छा रिश्ता भी है क्या भला कोई ? प्यार तक बात पहुंचानी हो दोस्त की मदद, पढना हो तो दोस्त चाहिए, मूवी, पार्टी और मस्ती जो चाहे करो बिना दोस्त के तो सब फीका फीका ही होता है .और आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में दोस्त नहीं हो तो एक रोबोट से क्या कम होगे हम सब. भला हो या कमीना, हर एक फ्रेंड ज़रूरी होता है .

२. पैसा –

ये ऐसी चीज़ है जिसके बिना दुनिया चल ही नहीं सकती . वो क्या कहते है ना कि पैसा जिसके पास है दुनिया उसकी दास है. ऐसे लोग मिल जाते है जो बोलते है कि उन्हें पैसे की दरकार नहीं पर रोटी कपडा मकान जैसी बेसिक ज़रूरतों से लेकर, चाय, सुट्टा, दारू जसे जीने के सहारे सब के लिए पैसा चाहिए.

यहाँ तक कि प्यार के लिए भी पैसा ज़रूरी है. वादों इरादों से कहीं पेट भरा है किसी का. वो गाना है ना जब हीरो गाता है

यार दिलदार तुझे कैसा चाहिए, प्यार चाहिए या पैसा चाहिए ?

तो हीरोइन ज़वाब में बोलती है  “यार दिलदार तेरा जैसा चाहिए , प्यार के लिए मगर पैसा चाहिए ” समझे की नहीं समझे

३. प्यार –

ये ढाई अक्षर, कायनात की शुरुआत से ही इंसान के जी का जंजाल बने हुए है. एडम और ईव से शुरू हुआ ये केमिकल लोचा आज भी हर छोटे बड़े शहर, गाँव कसबे, स्कूल कॉलेज ऑफिस सब जगह फैला है. हर किसी की चाहत होती है की उसका भी कोई चाहने वाला हो . और अगर किसी का चाहने वाला या वाली उसे छोड़ दे तो बस जिंदगी दुश्वार ही हो जाती है .तभी तो फिल्मों में भी कहा गया है “प्यार बिना चैन कहा रे ” या फिर “पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले झूठा ही सही

४. रविवार –

रविवार, संडे कितना सुकून मिलता है ना ये शब्द सुनकर. स्कूल हो या कॉलेज या किसी कॉर्पोरेट कंपनी के एम्प्लोयी ये शब्द कितनी ख़ुशी लाता है ये कोई नहीं समझ सकता जिसे संडे की कीमत ना पता हो .सन्डे का मतलब चैन आराम पार्टी खाना पीना मस्ती और उस भाग दौड़ भरी जिन्दगी से छोटा सा ब्रेक .
एक सन्डे की कीमत तुम क्या जानो . सन्डे एक नयी जिंदगी दे देता है हफ्ते भर खटने के बाद

५. इन्टरनेट पैक –

रात के पौने बारह बज रहे है, और माशूका को whatsapp पर गाने रिकॉर्ड कर के भेजे जा रहे है और तभी इन्टरनेट पैक ख़त्म. अरे इन्टरनेट पैक क्या लगता है दुनिया ही ख़त्म हो गयी है. अब कैसे सुनायेंगे अपनी माशूका को प्यार भरे गाने, कैसे सुबह तक बिना फेसबुक और ट्विटर चेक किये बिना रहेंगे. कल वो जो एडिटेड प्रोफाइल पिक डाली थी उस पर आये कमेंट्स कैसे देखेंगे सुबह होने से पहले . इंटरनेट पैक मतलब जिन्दगी, इन्टरनेट पैक, रोटी कपडा मकान से भी ज़रूरी है . आज की पीढ़ी तो बिना इसके पागल ही हो जाएगी.

तो ये थी वो 5 चीज़ें जिनके ना होने पर लगता है कुछ है ही नहीं, ऐसी और कौन कौन सी चीज़ें है जिनके बिना आप नहीं रह सकते बताइए कमेंट बॉक्स में.