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पहली बार भुत की दुनिया का खुलासा ! इन्सान मरने के बाद कैसे बन जाता है भूत और कैसे मिलती है इनको मुक्ति

भुत की दुनिया

भूतों से हमको डराने का काम तो सभी करते हैं लेकिन कोई भी व्यक्ति यह नहीं बताता है कि आखिर इंसान ही भूत क्यों बनते हैं?

क्या आपने कभी ऐसा सोचा है कि इंसान ही हमेशा भूत क्यों बनता है?

जानवर भी मरते हैं तो वह भूत क्यों नहीं बनते? जब आप इस रहस्य को खोलने की कोशिश करते हैं तो आपको एक के बाद एक कई अनुभवों से वाकिफ होना पड़ता है. तो आज हम आपको भुत की दुनिया से वाकिफ कराने वाले हैं.

आज हम आपको बताने वाले हैं कि भुत की दुनिया क्या है और आखिर भूतों का जन्म कैसे होता है-

भूत कौन होते हैं?
भूत की परिभाषा देखें तो पता चलता है कि वह व्यक्ति जिसका कोई वर्तमान ना हो, जिसका भविष्य ना हो और जिसका भूत ना हो. अर्थात आगे इसका क्या होना है, यही ना हो तो वह भूत कहलाता है.

तो आखिर भूतों का जन्म कैसे होता है?

जब हम इस बात का पता लगाते हैं तो हमारे शास्त्र कहते हैं कि जब व्यक्ति की यदि कोई इच्छा अधूरी रह जाती हैं तो वह भूत बनता है. ऐसा नहीं है कि यही एक कारण है कि व्यक्ति भूत बन जाता है. इसके अलावा भी कई कारण हैं. लेकिन इच्छा का रह जाना, भूत बनने का एक मुख्य कारण है.

गीता में लिखा हुआ है कि जब व्यक्ति मरता है तो उस समय उसकी क्या इच्छा होती है यही उस आत्मा के अगले जीवन को निर्धारित करती है. तो अगर आत्मा मरते वक़्त यह सोचती है कि उसकी यह इच्छा पूरी नहीं हुई या किसी व्यक्ति से बदला लेना है तो वह आत्मा, प्रेत रूप में चली जाती है.

इन्सान ही क्यों बनता है भूत ?
जब आप इस सवाल का जवाब खोजते हैं तो आपको मालूम पड़ेगा कि इन्सान में अन्य जीव आत्माओं की तुलना में सबसे ज्यादा ताकत है. वह सोच सकता है और इसके पास दिमाग है. लेकिन इसके बावजूद, वह आत्महत्या नहीं कर सकता है. आत्महत्या शास्त्रों में पाप बोली गयी है. अब जैसे कि किसी व्यक्ति को भगवान ने 50 साल की उम्र दी है और वह व्यक्ति 25 की उम्र में आत्महत्या करता है तो उसको बाकी का बचा समय भूत योनी में काटना पड़ता है.

तो कुल मिलाकर यही तो बातें हैं, जो प्रेत-भूत आत्माओं का निर्माण कराती हैं. पहला है कि अगर किसी व्यक्ति की कोई इच्छा अधूरी रह जाए तब या फिर जब वह आत्महत्या करता है.

किस-किस तरह के भूत होते हैं?
आयुर्वेद में तो 18 तरह के भूत बताये गये हैं. वहीं कुछ अन्य शास्त्रों में भूत के कुछ 6 नाम बताये हैं. जिसमें डाकन, चुड़ेल, यम, पिशाच और भूत आदि शामिल हैं. सबसे पहले आत्मा मरकर अदृश्य हो जाती है. ऐसा सभी आत्माओं के साथ होता है. किन्तु कुछ आत्मा शक्तिशाली बन जाती हैं. जिस आत्मा में शक्ति आ जाती है वह भूत बन जाती है.

किस तरह के लोगों पर होते हैं हमले
सबसे पहली बात तो यही है अगर आपने किसी व्यक्ति के साथ बुरा किया है और उसकी जान आपकी वजह से गयी है तो वह आप पर हमला कर सकता है. ध्यान रखें कि कोई भी व्यक्ति आपकी वजह से जान ना दे. कमजोर मानसिकता के लोग, जिनको दिमागीतौर पर बीमारी है या ऐसे लोग जो ईश्वर में विश्वास नहीं रखते हैं.  इस तरह के लोगों पर भूतों का हमला आसानी से हो जाता है.

तो अब आप भुत की दुनिया का काफी रहस्य जान चुके हैं.

अब आखिर में अगर इनकी मुक्ति की बात करें तो अगर मरे हुए व्यक्ति की मुक्ति के लिए पूजा-पाठ करा दिया जाये तो इनकी मुक्ति संभव है.

या लोग ऐसे व्यक्ति की तलाश में होते हैं जो इनको मुक्ति दिला दे.

पिंडदान करना या मुक्ति के लिए यज्ञ कराना, एक सफल प्रयोग बताया जाता है.