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पर्वतारोहण में कीर्तिमान रचने वाले भारतीय, मल्ली मस्तान बाबू की मौत!

भारत के सबसे प्रसिद्ध पर्वतारोहियों में से एक, मल्ली मस्तान बाबू 24 मार्च से लापता घोषित कर दिए गए थे.

वे अर्जेंटीना के एंडीज़ पर्वतमाला में अपना सबसे प्रिय काम, पर्वतारोहण करने के लिए गए हुए थे.

उनका शव मिलने पर आज उनकी मृत्यू की खबर सारी दुनिया तक पहुँच चुकी है.

मल्ली मस्तान बाबू वे शक्स हैं जो 172 दिनों में 7 पर्वतों के शिखर तक पहुंचकर सही सलामत वापस लौटे थे. यह अपने आप में एक कीर्तिमान है. वे पहले भारतीय थे जिन्होंने अंटार्टिका के माउंट ‘विन्सन मासिफ’ के शिखर पर अपना झंडा गाड़ा था और आंध्र प्रदेश के पहले नागरिक जो माउंट एवरेस्ट के शिखर तक पहुंचे थे.

इनके मित्र और इनकी बहन ने मदद के सहारे, काफी समय तक पहाड़ों के बीच उनको ढूँढने का प्रयत्न किया लेकिन अंत में उनका शव ही बरामद हुआ. इन्होंने 16 दिसम्बर को पर्वतारोहण के लिए अपना घर छोड़ा और फिर 24 मार्च से इनसे कोई संपर्क ना हो पाने के कारण इनको लापता घोषित कर दिया गया.

भारत के सबसे कुशल पर्वतारोही रह चुके मल्ली मस्तान बाबू, IIM-कलकत्ता, IIT-खड़गपुर, NIT- जमशेदपुर और सैनिक स्कूल कोरूकोंडा के छात्र रह चुके हैं. वे आंध्र प्रदेश के नेल्लोर शहर के निवासी थे.

यह बात कहना गलत नहीं होगा कि मल्ली मस्ताना बाबू ने भारत देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया है.
हम उनके इन प्रतिभाशाली कार्यों की इज्ज़त करते हैं.
भगवान इनकी आत्मा को शांति दे.

Malli Mastan Babu