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भारत की अग्नि 4 मिसाइल से बौखलाया हुआ है चीन उठाने वाला है ये कदम

अग्नि 4 मिसाइल

भारत द्वारा हाल में की किए गए अग्नि 4 मिसाइल और लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण से चीन बदहवास हो गया है.

अपने सामरिक बेड़े में भारत द्वारा लंबी दूरी के मिसाइलों की संख्या बढ़ाए जाने से बौखलाए चीन ने भारत को अपरोक्ष रूप से धमकी दी है.

चीन ने यह धमकी स्वयं देकर मीडिया के जरिए दिलवाई है. चीन का कहना है कि अगर दुनिया भारत को उसके मिसाइल कार्यक्रम को रोकने के लिए दवाब नहीं डालती है तो मजबूर होकर उसे भी कोई कदम उठाना होगा.

वह कदम क्या होगा इसका खुलासा भी चीन ने किया है.

चीन भारत के मिसाइल कार्यक्रम विकसित करने के जवाब में पाकिस्तान को ऐसे ही मिसाइल विकसित करने में मदद कर सकता है. यह दावा चीन की मीडिया में किया गया है.

गौरतलब हो कि 2 फरवरी को ही भारत ने 4,000 किलोमीटर की दूरी तक वार करने वाले अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक अग्नि 4 मिसाइल का निर्णायक परीक्षण किया था. जबकि इसके साथ ही भारत 5 हजार किलोमीटर तक मार करने वाली मिसाइल अग्नि-5 के भी दो परीक्षण कर चुका है.

भारत की इन मिसाइलों की जद में चीन भी आ रहा है. अभी तक चीन भारत की मिसाइलों की रेंज के बाहर था. यही वजह है कि चीन भारत के मिसाइल कार्यक्रम से डर गया है.

चीन की सरकार द्वारा चलाए जाने वाले ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा है, अगर लंबी दूरी के इन अंतरमहाद्वीपीय बलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को कोई आपत्ति नहीं है, तो ठीक है. अब इसके जवाब में पाकिस्तान के परमाणु क्षमता संपन्न मिसाइलों की संख्या भी बढ़ेगी.

आपको बता दें कि चीन की सरकार अपने विचार को दुनिया के सामने रखने के लिए अक्सर ही मीडिया का इस्तेमाल करती है. कूटनीतिक स्तर पर जो बातें सरकार खुलकर नहीं कह सकती, ऐसी बातें और विचार सामने रखने के लिए चीन की सरकार अपनी मीडिया का सहारा लेती है.

दरअसल, चीन की चिंता इस बात को लेकर भी है कि भारत ऐसे अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल्स विकसित करने की कोशिश कर रहा है जो कि दुनिया के किसी भी देश को निशाना बना सकें. ऐसा करने के बाद भारत सुरक्षा परिषद के पांचों स्थायी सदस्यों के बराबर वाली जगह पर खुद को पेश करेगा, जोकि चीन चाहता नहीं है.

चीन एक ओर तो भारत के मिसाइल कार्यक्रम से डरा हुआ है तो दूसरी ओर वह दुनिया को यह भी दिखाना चाहता है कि वह भारत से डरता नहीं है. संपादकीय लेख में एक तरफ तो यह लिखा गया है कि भारत द्वारा परमाणु क्षमता संपन्न अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों के परीक्षणों से चीन परेशान नहीं है, लेकिन दूसरी तरफ इसमें यह भी कहा गया है अग्नि 4 मिसाइल के परीक्षण से चीन बेचैन है. चीन के मनोदशा को साफ दर्शाता है.

सम्पादकीय में आगे लिखा गया है, हमें नहीं लगता है कि भारत के विकास से चीन को किसी तरह का खतरा है. आगे आने वाले समय में भारत को चीन का मुख्य प्रतियोगी नहीं माना जाएगा, लेकिन अगर भारत बहुत आगे बढ़ता है तो चीन चुप नहीं रहेगा.

भारत जानता है कि अगर उसकी भौगोलिक-राजनैतिक तरकीबों से चीन के साथ उसके रिश्ते बिगड़ते हैं, तो इससे उसका ही नुकसान होगा.