ENG | HINDI

बचपन में इस डर के कारण स्कूल जाने से घबराते थे रितिक रोशन !

ऋतिक रोशन

अभिनेता ऋतिक रोशन ने फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ से बॉलीवुड में अपनी जबरदस्त एंट्री की थी.

उनकी इस पहली ही फिल्म ने कामयाबी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. ऋतिक रोशन को बॉलीवुड का सुपरमैन भी कहा जाता है.

उन्होंने अपने इस फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दी हैं. चाहे फिल्मों में एक्शन की बात हो या फिर रोमांस की, ऋतिक हर किरदार बिल्कुल फिट बैठ जाते हैं.

इसमें कोई शक नहीं है कि ऋतिक एक बेहतरीन और कामयाब एक्टर हैं. पर्दे पर ऋतिक को देखकर कोई भी इस बात का अंदाजा नहीं लगा सकता है कि बचपन में वो एक खास किस्म की बीमारी से पीड़ित थे.

इस बीमारी ने ऋतिक के दिलो दिमाग में इस कदर अपना घर कर लिया है कि आज भी उन्हें इस बीमारी का डर सताता है.

तो चलिए जानते हैं ऋतिक के इस डर के पीछे छुपी हकीकत.

ऋतिक को थी हकलाने की बीमारी

कहा जाता है कि ऋतिक रोशन जब छोटे थे तब उन्हें हकलाने की बीमारी थी. वो बात-बात पर हकलाते थे. अपनी इसी बीमारी के चलते ऋतिक अक्सर स्कूल जाने से भी कतराते थे और स्कूल न जाने के लिए कई बहाने भी बनाते थे.

हालांकि बचपन की इस बीमारी को ऋतिक ने स्पीच थैरेपी के जरिए ठीक भी कर लिया. लेकिन बावजूद इसके जिस दिन स्कूल में मौखिक परीक्षा होती थी उस दिन ऋतिक कोई ना कोई बहाना बनाते और स्कूल नहीं जाते थे.

उन्हें आज भी सताता है ये डर

जाता है कि ऋतिक अक्सर स्कूल जाने से कतराते थे लेकिन उनके भीतर बचपन से ही हीरो बनने की चाह थी. बचपन में वो आइने के सामने एक्टिंग करते और बोलने की प्रैक्टिस किया करते थे.

पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद उन्होंने फिल्मों में अपना करियर बनाने की सोची और आज वो इस इंडस्ट्री के कामयाब अभिनेताओं में से एक माने जाते हैं. बावजूद इसके आज भी उनके बचपन के इस डर ने उनका पीछा नहीं छोड़ा है.

कहा जाता है कि ऋतिक आज भी स्पीच थैरेपी का सहारा लेते हैं, क्योंकि उन्हें अक्सर ये डर सताता है कि कहीं वे फिर से हकलाना शुरू ना कर दें.

भले ही ऋतिक अपनी निजी जिंदगी में हकलाने की बीमारी को लेकर घरबराते रहे हैं लेकिन ये उनकी दमदार एक्टिंग का ही जादू है कि वो हर दिल अजीज है और अपने हर किदरार के जरिए दर्शकों का दिल जीतने का हुनर भी रखते हैं.